वार्ता से उम्मीद: ईरान और अमेरिका के बीच ओमान में अप्रत्यक्ष बातचीत, कम हो सकता है तनाव

ईरान और अमेरिका के बीच ओमान में अप्रत्यक्ष बातचीत, कम हो सकता है तनाव
  • दोनों देशों के बीच ओमान कर रहा है मध्यस्थता
  • ईरान के परमाणु हथियार बनाने से तनातनी
  • ईरान और अमेरिका के प्रतिनिधि अलग-अलग रूम में बैठेंगे

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। परमाणु कार्यक्रम को लेकर ईरान और अमेरिका के बीच बनी तनातनी को कम करने के मकसद से ओमान में अप्रत्यक्ष बातचीत शुरू हो गई है। ईरान के विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता इस्माइल बाघई ने सोशल प्लेटफॉर्म पर इसकी जानकारी दी। बाघई ने कहा, यह चर्चा ओमानी मेजबानों की तरफ से तय जगह पर आयोजित की जाएगी, जहां इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान और अमेरिका के प्रतिनिधि अलग-अलग रूम में बैठेंगे। ईरान समय समय पर यह दावा करता रहा है कि उसका परमाणु कार्यक्रम शांतिपूर्ण उद्देश्यों के लिए है। ईरान का परमाणु कार्यक्रम हाल के महीनों में तेजी से आगे बढ़ रहा है।

इस वार्ताओं से उम्मीद की जा रही है कि दोनों देशों के बीच बनी तनातनी को कुछ हद तक कम किया जा सकेगा, खासकर तब जब मध्य पूर्व में पहले से ही कई तरह के तनाव बरकरार है।

ओमान ईरान और अमेरिका के बीच एक मध्यस्थ की भूमिका निभा रहा है ताकि दोनों देश किसी निर्णायक समाधान पर पहुंच सकें। ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि अप्रत्यक्ष बातचीत से दोनों देशों के बीच बनी तनातनी में कमी आ सकती है। वह भी तब जब मध्य पूर्व में पहले से ही कई तरह के तनाव बने हुए हैं।

ईरान और अमेरिका दोनों देशों के के बीच सीधी बातचीत लंबे समय से रुकी हुई है। 2018 से दोनों देशों के रिश्ते और अधिक खराब होते चले गए। जब अमेरिका ने परमाणु समझौते (संयुक्त व्यापक कार्य योजना - जेसीपीओए) से खुद को अलग कर लिया था।

आपको बता दें यूएस को ईरान पर परमाणु हथियार बनाने को लेकर आशंका है। अमेरिका का मानना है कि ईरान परमाणु हथियार बनाने की दिशा में तेजी से काम कर रहा है।

Created On :   12 April 2025 1:28 PM

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