आर्थिक और राजनीतिक संकट: नवाज शरीफ ने इमरान खान को बताया पाकिस्तान की राजनीति में बड़ी बाधा

नवाज शरीफ ने इमरान खान को बताया पाकिस्तान की राजनीति में बड़ी बाधा
  • बेनज़ीर भुट्टो को किया याद
  • हमारी ईमानदारी को हमारी कमजोरी माना जाता है: शरीफ
  • इमरान खान नहीं चाहते दोस्ती

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने पूर्व पीएम इमरान खान पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वो देश में राजनीतिक सुलह लिए मुख्य बाधा हैं। मीडिया ने ये जानकारी दी। इसमें बताया गया कि नवाज ने इस बात पर भी जोर दिया कि उनकी सत्तारूढ़ पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) किसी भी पार्टी से बदला नहीं लेने की भावना के साथ देश में राजनीतिक सुलह के लिए प्रतिबद्ध है।

पाकिस्तान इस वक्त आर्थिक संकट के साथ राजनीतिक संकट से जूझ रहा है। पाकिस्तान में हाल ही में बनी नई शहबाज सरकार देश में स्थिरता लाने में नाकाम साबित होती दिख रही है। देश में शांति के लिए नवाज सरकार इमरान खान की पार्टी पीटीआई से बातचीत करने पर कई बार चर्चा कर चुकी है। अब इसी को लेकर पार्टी प्रमुख नवाज शरीफ ने बड़ा बयान दिया है।

इमरान ख़ान ने उनके दोस्ती प्रस्तावों को ठुकरा दिया है। जो दोस्ती की बातचीत में शामिल होने की अनिच्छा का एक पैटर्न दर्शाता है। उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज की ईमानदारी को कमजोरी के रूप में गलत समझा जा रहा है। पूर्व प्रधानमंत्री ने जोर देकर कहा कि मैं खुद बानी गाला गया था, हमारी ईमानदारी को हमारी कमजोरी माना जाता है।

राजनीतिक मतभेदों के बावजूद बातचीत के महत्व को बताते हुए नवाज ने बेनज़ीर भुट्टो के साथ अपनी बैठक का उदाहरण दिया। उन्होंने याद करते हुए कहा, ‘बेनज़ीर भुट्टो एक महान नेता थीं, जिन्होंने दोनों के बीच कड़े विरोध के बावजूद लोकतंत्र के चार्टर पर साइन किए थे।

पूर्व पीएम नवाज शरीफ ने कहा है कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज और पीटीआई के बीच शांति वार्ता में इमरान खान एक बड़ी बाधा हैं। नवाज शरीफ ने शुक्रवार शाम को पार्टी के सीनेटरों के साथ बैठक के दौरान ये बात कही है। इस बैठक में पीटीआई के साथ बातचीत के मुद्दे पर विस्तार से चर्चा की गई है।

सूत्रों ने खुलासा किया कि सांसदों ने नवाज शरीफ से पीटीआई के साथ बातचीत पर पार्टी की नीति के बारे में सवाल पूछे थे। शरीफ ने कहा कि इमरान खान बातचीत के लिए गंभीर नहीं हैं। और ये एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने कहा कि जब एक पक्ष बातचीत के लिए प्रतिबद्ध नहीं है, तो वह बातचीत कैसे कर सकते हैं? नवाज़ शरीफ़ ने अतीत की घटनाओं का हवाला दिया। नवाज शरीफ ने पीटीआई की ओर से बातचीत के लिए दिखाई जा रही सुस्ती पर निराशा व्यक्त की है।

Created On :   9 Jun 2024 11:26 AM GMT

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