ईरानी महिलाओं का समर्थन करने के अमेरिकी दावों को ईरान ने बताया झूठ
- ईरान पिछले चार दशकों से अमेरिकी प्रतिबंधों के अधीन है
डिजिटल डेस्क, तेहरान। ईरानी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ईरानी महिलाओं का समर्थन करने के लिए अमेरिकी दावों को झूठ बताया है। ईरान की आधिकारिक समाचार एजेंसी आईआरएनए ने सोमवार को एक संवाददाता सम्मेलन के दौरान नासिर कनानी के हवाले से कहा कि पिछले दशकों में ईरान के खिलाफ लगाए गए अमेरिकी प्रतिबंधों से महिलाओं को बाहर नहीं किया गया था।
नासिर कनानी ने कहा, अमेरिकी अधिकारियों ने बार-बार घोषणा की है कि ईरानी लोग उनके प्रतिबंधों का लक्ष्य नहीं हैं। उन्होंने कहा, किसी देश के खिलाफ रिकॉर्ड 1,700 से 1,800 प्रतिबंध लगाए गए और दावा करते हैं कि महिलाएं और बच्चे उनसे प्रभावित नहीं होते हैं।
उन्होंने कहा कि, 2015 के परमाणु समझौते से 2018 की अपनी वापसी के बाद अमेरिका ने ईरान के खिलाफ 800 से अधिक एकतरफा प्रतिबंध लगाए, एक ऐसा कदम जो महिलाओं के अधिकारों की रक्षा के अपने नकली नारों के साथ पूरी तरह से विरोधाभासी है।
समाचार एजेंसी शिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार प्रवक्ता ने कहा कि उनका उद्देश्य विशेष रूप से तेहरान विरोधी प्रतिबंधों को हटाना है। कनानी ने कहा कि, ईरान परमाणु वार्ता जारी रखने के लिए तैयार है। हालांकि उन्होंने जोर देकर कहा कि ईरान रियायतें हासिल करने के उद्देश्य से राजनीतिक दबावों से प्रभावित नहीं होगा।
ईरान पिछले चार दशकों से अमेरिकी प्रतिबंधों के अधीन है। जुलाई 2015 में तेहरान और विश्व शक्तियों के बीच हस्ताक्षरित संयुक्त व्यापक कार्य योजना (जेसीपीओए) के रूप में ज्ञात परमाणु समझौते से अमेरिका की वापसी के बाद प्रतिबंध तेज हो गए। समझौते के तहत तेहरान देश पर लगे प्रतिबंधों को हटाने के बदले में अपने परमाणु कार्यक्रम पर कुछ अंकुश लगाने पर सहमत हुआ था।
(आईएएनएस)
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Created On :   13 Dec 2022 9:30 AM IST