अफगानिस्तान में मानवीय सहायता जारी रखने में आड़े आ रही धन की कमी

Lack of funds hindering the continuation of humanitarian aid in Afghanistan
अफगानिस्तान में मानवीय सहायता जारी रखने में आड़े आ रही धन की कमी
तालिबान भुखमरी की कगार पर अफगानिस्तान में मानवीय सहायता जारी रखने में आड़े आ रही धन की कमी

डिजिटल डेस्क, काबुल। अफगानिस्तान में मानवीय सहायता कार्य जारी रखने के लिए धन की कमी का सामना कर रहा है। यह बात अफगानिस्तान में काम कर रहे विश्व खाद्य संगठन (डब्ल्यूएफपी) ने कही। टोलो न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, अफगानिस्तान में डब्ल्यूएफपी के प्रवक्ता वहीदुल्ला अमानी ने कहा कि संगठन को अगले छह महीनों के संचालन के लिए 90 करोड़ डॉलर से अधिक की जरूरत है। उन्होंने कहा कि संगठन ने 2022 की शुरुआत से लगभग 1.9 करोड़ अफगानों की मदद की है और सहायता में खाद्य पदार्थ और नकद शामिल हैं।

अमानी ने कहा, उन इलाकों में जहां साल की पहली बर्फ से सड़कों को अवरुद्ध किया जा रहा है, दूरदराज के इलाकों में सर्दियों से पहले 150,000 मीट्रिक टन खाद्य पदार्थो को उपलब्ध कराने के लिए 17.2 करोड़ डॉलर की तत्काल जरूरत है। इस बीच, राजधानी काबुल के निवासियों ने सहायता संगठनों में पारदर्शिता की कमी की शिकायत की। काबुल के रहने वाले सिकंदर ने कहा, उन्होंने हर दौर में मेरा नाम और पहचान पत्र लिया, लेकिन समुदाय के नेता ने अपने रिश्तेदारों को दे दिया। मुझे चावल का एक दाना भी नहीं मिला।

काबुल निवासी अहमाशाह ने कहा, गरीब लोग तबाह हो गए हैं। गरीबों तक पहुंचने के लिए कोई सहायता नहीं है। कुछ अर्थशास्त्रियों का मानना है कि सहायता का नागरिकों के जीवन पर सकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ा है। एक अर्थशास्त्री, शाकिर याकोबी ने कहा, स्थिति का बेहतर आकलन और वास्तव में जरूरतमंद लोगों की पहचान के साथ-साथ पारदर्शिता के लिए निगरानी की कमी और सहायता संगठनों के उच्च प्रशासनिक और रसद खर्च का मतलब है कि सहायता प्रभावी नहीं होगी।

(आईएएनएस)

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Created On :   31 July 2022 5:30 AM GMT

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