हिंसा पर यूनुस मौन: बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर लगातार हो रही हिंसा, संगीतकारों पर हुए हमले, यूनुस सरकार मौन

डिजिटल डेस्क, ढ़ाका। बांग्लादेश की पूर्व पीएम शेख हसीना सरकार के तख्तापलट के बाद से देश में अब तक स्थिरता नहीं आ पाई है। मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार में कानून व्यवस्था बनाए रखने में पूरी तरह विफल रही है। देश में इस्लामी चरमपंथियों का उत्पात बढ़ गया है। यहां लगातार हिन्दुओं को निशाना बनाया जा रहा है। अल्पसंख्यकों को आए दिन हिंसा का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच अब तक देश में कुछ दिनों से यहां के बाउल सिंगर्स पर जानलेवा घटनाएं हुई हैं। इस पर एक्शन लेने की बजाय यूनुस सरकार चुपचाप तमाशा देख रही है।
बाउल किस तरह के गाने गाते हैं?
आपको बता दें, बाउल रहस्यवादी लोक संगीतकारों का एक ग्रुप है। वे अपने गीत, संगीत और नृत्य के लिए जाने जाते हैं। उनके गाने अक्सर पारंपरिक सामाजिक और धार्मिक रूढ़ियों को खारिज करने से जुड़े होते हैं। उनके संगीत को यूनेस्को से मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के रूप में मान्यता मिल चुकी है।
संगीतकारों पर हुए बड़े हमले
अभी कुछ दिनों में संगीतकारों पर धार्मिक चरमपंथियों ने कई हमले किए हैं। 27 नवंबर को एक जिला कोर्ट के पास हमलावरों ने बाउल ग्रुप के तीन संगीतकारों पर हमला कर दिया था, जिससे वे गंभीर रूप से घायल हो गए। इस हमले में गायकों के साथ मारपीट की गई, और कानून व्यवस्था को ताक पर रखते हुए कई सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है।
तौहीदी जनता नाम के संगठन ने कई हमले किए
खबर मिली है कि इन हमलों की अगुवाई तौहीदी जनता नाम का एक चरमपंथी समूह कर रहा था। इस समूह पर पहले भी शाहबाग पुलिस स्टेशन पर हमला बोलने का आरोप लगा था। पिछले साल शेख हसीना के सरकार गिरने के बाद, तौहीदी जनता के बैनर तले भीड़ ने कई जगह उदारवादी इस्लाम का प्रचार करने वाले मुस्लिम सूफी संतों की कई मजरों को तोड़ दिया है। उन्होंने अल्पसंख्यकों और खासकर हिंदू समुदाय के लोगों पर ज्यादा हमले किए हैं।
आपको बता दें, संगीतकार बाउल की गिरफ्तारी से लोगों का गुस्सा भड़क उठा है। वहीं, इसे लेकर छात्रों और कलाकारों ने इस गिरफ्तारी की कड़े शब्दों में निंदा की है और कई जगहों पर सरकार के विरुद्ध प्रदर्शन भी हुए हैं।
Created On :   27 Nov 2025 7:16 PM IST












