तालिबान ने एक बार फिर सुनाया अजीबोगरीब फरमान, रेस्टोरेंट में महिला और पुरूष के एक साथ बैठने पर बैन

Taliban issued a strange decree, banning of men and women sitting together in restaurants
तालिबान ने एक बार फिर सुनाया अजीबोगरीब फरमान, रेस्टोरेंट में महिला और पुरूष के एक साथ बैठने पर बैन
अफगानिस्तान में महिलाओं का उत्पीड़न तालिबान ने एक बार फिर सुनाया अजीबोगरीब फरमान, रेस्टोरेंट में महिला और पुरूष के एक साथ बैठने पर बैन
हाईलाइट
  • तालिबान में महिलाओं के ऊपर अत्याचार जारी

डिजिटल डेस्क, काबुल। तालिबान में महिलाओं के ऊपर अत्याचार जारी है। अफगान महिलाओं के ऊपर हर दिन कोई न कोई नया फरमान तालिबान की तरफ से आ ही जाता है। जिसकी वजह से वहां की महिलाएं मानसिक प्रताड़ना से जूझ रही हैं। अफगानिस्तान की सत्ता पर काबिज होने के बाद ही सबसे पहले तालिबान ने को-ऐजुकेशन पर पाबंदी लगा दी थी। यहां तक कि ये फरमान सुनाया गया था कि जहां पर लड़के व लड़कियां साथ पढ़ रहे हैं। वहां पर बीच में पर्दा लगा दिया जाए ताकि कोई एक-दूसरे को देख न पाए। यहां तक कि तालिबान ने महिलाओं के अकेले यात्रा पर भी पाबंदी लगा दी थी।

हालांकि दुनियाभर में तालिबान को इस फैसले पर आलोचना झेलनी पड़ी थी। ऐसे ही कुछ अजीबोगरीब तालीबान के फरमान दुनियाभर में चर्चा का विषय बना रहता है। खबर है कि तालिबान सरकार ने आदेश दिया है कि अब महिलाओं को पुरुषों के साथ बैठकर फैमिली रेंस्त्रा में खाना खाने की इजाजत नहीं होगी। तालिबान के संस्कृति मंत्रालय ने यह भी आदेश जारी किया है कि पति-पत्नी भी साथ बैठकर खाना नहीं खा सकते हैं। इस तरह के तुगलकी फरमान के बाद से वहां की महिलाओं में आक्रोश है लेकिन तालिबान के आतंक के सामने कोई बोलने की हिम्मत नहीं जुटा पा रहा है। 

सार्वजनिक स्थलों पर बैन

तालिबान के हेरात में महिलाओं को अपने पति से अलग बैठकर खाने की हिदायत दी जा रही है। तालिबानी फरमान सार्वजनिक पार्कों और दूसरे स्थलों पर भी लागू होंगे। नए नियमों के मुताबिक पुरूष और महिलाएं अलग-अलग दिन ही रेस्त्रां आ सकेंगे। महिलाएं गुरूवार, शुक्रवार और शनिवार ही पार्क जा सकती हैं। जबकि अन्य दिनों में पुरूषों के जाने का नियम है। तालिबान सरकार लगातार महिलाओं के खिलाफ एक्शन ले रही है। महिलाओं को उनके अधिकारों से पूरी तरह से वंचित किया जा रहा है। महिलाओं के पूरी तरह से गुलाम बनाकर रखा जा रहा है।

तालिबान ने सुनाया था बुर्का पहनने का फरमान

तालिबान ने कुछ दिन पहले ही एक नया फरमान सुनाकर अफगान महिलाओं की मुसीबत बढ़ा दी थी। तालिबान ने अपने फरमान में सार्वजनिक रूप से बुर्का पहनना अनिवार्य कर दिया है। तालिबानी सत्ता में महिलाओं के ऊपर इससे पहले भी कई तरह की पाबंदियां लगाई है। जिसमें अकेले यात्रा करना, को एजुकेशन जैसी पाबंदियां भी शामिल हैं। तालिबान पुरूषों को भी इस्लामिक कानून के तहत कपड़े पहनने का फरमान जारी किया है। तालिबानी कानून के खिलाफ महिलाएं तो सड़कों पर उतर आईं हैं। तालिबानी फरमान का जमकर विरोध कर रही हैं।

विरोध करने पर मिली थी धमकी

कुछ दिन पहले तालिबान के तुगलकी फरमान का वहां की महिलाएं जमकर विरोध की थीं। तालिबान ने अपने फरमान में महिलाओं को बुर्का पहनना अनिवार्य कर दिया था। महिलाओं के द्वारा विरोध करने पर उनको जान से मारने की धमकी भी तालिबानी सरकार की तरफ से दी गई थी।

तालिबान की ओर से जारी बयान में कहा गया था कि 30 राउंड तक गोली चलाई जा सकती है। उधर सामाजिक कार्यकर्ता को धमकाने की आलोचना पूरी दुनिया में हो रही है। गौरतलब है कि तालिबान की धमकी के बाद भी महिलाओं ने बीते मंगलवार को  राजधानी की सड़कों पर मार्च निकाला और न्याय की मांग की थी। 


 

Created On :   15 May 2022 3:23 PM IST

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