साउथ कोरिया राष्ट्रपति चुनाव 2025: ली जे-म्युंग संभालेंगे राष्ट्रपति पद की कमान, कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार किम मून-सू को दी करारी शिकस्त

- साउथ कोरिया में नए राष्ट्रपति होंगे ली जे-म्युंग
- कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार किम मून-सू को हराया
- मार्शल लॉ के चलते कराया गया चुनाव
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति चुनाव में लिबरल पार्टी के उम्मीदवार ली जे-म्युंगा ने बड़ी जीत दर्ज की है। दक्षिण कोरिया के चुनाव में हुई 85% वोटिंग के मुताबिक, राष्ट्रपति बनने की रेस में ली जे-म्युंगा ने अपने प्रतिद्वंदी और कंजर्वेटिव पार्टी के उम्मीदवार किम मून-सू को पीछे छोड़ दिया है। इसके बाद मून-सू ने अपनी हार का ऐलान कर दिया है।
पूर्व राष्ट्रपति यून सुक योल ने किया था मार्शल लॉ का ऐलान
बता दें, दक्षिण कोरिया में आम चुनाव साल 2024 में पूर्व राष्ट्रपति यून सुक योल द्वारा मार्शल लॉ लागू करने के प्रयास से पैदा हुई असाधारण राजनीतिक संकट के चलते कराया गया है। मार्शल लॉ लागू करने के चलते यून सुक योल को महाभियोग से जूझना पड़ा था। दरअसल, यून ने अपने पांच वर्षीय कार्यकाल के बीच 3 दिसंबर 2024 को मार्शल लॉ लाने की घोषणा की थी। यून के इस फैसले से न केवल दक्षिण कोरिया बल्कि, पूरी दुनिया हैरान रह गई थी। मालूम हो कि 1987 में लोकतंत्र की बहाली के बाद ऐसा पहली बार हुआ था जब किसी राष्ट्रपति ने इस तरह का कदम उठाया था।
2025 अप्रैल में यून ने राष्ट्रपति पद से दिया इस्तीफा
दक्षिण कोरिया में यून के मार्शल लॉ लाने के फैसले से राजनीतिक भूचाल आ गया था। इस फैसले से ली जे-म्युंग का नेतृत्व वाली डेमोक्रेटिक पार्टी ने संसद में यून के खिलाफ महाभियोग प्रस्ताव पारित कराया था। इसके बाद अप्रैल 2025 में संवैधानिक न्यायालय ने यून को औपराचिरक तौर से पद से हटा दिया था। इसके चलते यून के खिलाफ देशद्रोह और सत्ता के दुरुपयोग के आरोपों में आपराधिक मुकदमे किए गए थे।
इस राजनीतिक उथल-पुथल के चलते जून 2025 में विशेष राष्ट्रपति चुनाव कराना पड़ा, जिसमें यून सुक योल चुनाव लड़ने के योग्य नहीं थे। ली जे-म्युंग ने अपने प्रचार अभियान को यून और उनकी कंजर्वेटिव पीपल पावर पार्टी की विफलताओं के खिलाफ "जनता का न्याय दिवस" बताया।
Created On :   4 Jun 2025 1:19 AM IST