America Weapons News: अमेरिकी युद्ध विभाग का बड़ा बयान, पाकिस्तान को नहीं भेजी जाएगी मिसाइलें

डिजिटल डेस्क, वॉशिंगटन। अमेरिका ने उन अफवाहों पर रोक लगा दी है, जिसमें बताया गया था कि पाकिस्तान को मिसाइलें भेजी जा रही है। ये अफवाहें स्टैंडर्ड कॉन्ट्रैक्ट घोषणा को लेकर फैलाई जा रही थी। इन पर अमेरिका के युद्ध डिमार्डमेंट ने रोक लगा दी है। मीडिया में यह जानकारी फैल रही थी कि पाकिस्तान को अमेरिका नई Advanced Medium-Range Air-to-Air Missiles (AMRAAMs) भेजेगा।
नए हथियारों की सप्लाई बंद
इस नए संशोधन के मुताबिक, अमेरिका में पाकिस्तान नए सैन्य हथियारों को नहीं भेजेगा और न ही कोई अपग्रेड किया जाएगा। बल्कि, जो पुराने हथियार (मिशाइलें) है उनका केवल पुर्जों और रख-रखाव का रहेगा। विभाग ने यह फैसाल फॉरेन मिलिट्री सेल्स (FMS) कॉन्ट्रैक्ट के तहत लिया गया है, जिसमें कई देश शामिल है। जो पाकिस्तान को सामग्री भेजी जा रही है, वह केवल सस्टेनमेंट और स्पेयर्स के लिए है।
अमेरिका के युद्ध विभाग ने मीडिया से अपील की है कि सही सूचना के लिए आधिकारिक बयान देखें और अफवाहों पर किसी प्रकार का ध्यान नहीं दें।
FMS में इतने देशों को किया है शामिल
इससे पहले रिपोर्ट में बताया गया था कि इस एग्रीमेंट के तहत ब्रिटेन, पोलैंड, पाकिस्तान, जर्मनी, फिनलैंड, ऑस्ट्रेलिया, रोमानिया, कतर, ओमान, कोरिया, यूनान, स्विट्जरलैंड, पुर्तगाल, सिंगापुर, नीदरलैंड, चेक गणराज्य, जापान, स्लोवाकिया, डेनमार्क, कनाडा, बेल्जियम, बहरीन, सऊदी अरब, इटली, नॉर्वे, स्पेन, कुवैत, स्वीडन, ताइवान, लिथुआनिया, इजरायल, बुल्गारिया, हंगरी और तुर्की देश आते हैं। इन्हीं देशों को विदेशी सैन्य बिक्री (FMS) के जरिए हथियार दिए जाएंगे।
हालांकि, यह साफ नहीं हो पाया था कि पाकिस्तान को कितनी संख्या में नई AMRAAM मिसाइलें दी जाएगी। इसके बावजूद मीडिया में चर्चा होने लगी थी कि इस कदम से पाकिस्तानी वायुसेना के F-16 के बेड़े को और मजबूत किया जा सकता है। इसके अलावा अटकलें लगाई जा रही थी कि पाकिस्तान अपने F-16 फाइटर जेट रे बेड़े को अपग्रेड करेगा।
Created On :   10 Oct 2025 11:09 AM IST