खूबसूरत पहाड़ियों के बीच बसा कलिम्पोंग किसी जादुई दुनिया से कम नहीं। आप अपने पार्टनर के साथ यहां एडवेंचर, शांत वातावरण, रोमाटिंक सफर, मोनेस्ट्ररी की सैर, तीस्ता और रिआंग नदियों के किनारे एंजॉय कर सकते हैं। यहां होटेल्स औऱ खाना पीना काफी सस्ता है।
डिजिटल डेस्क । जल्द ही शादियों का सीजन शुरू होने जा रहा है। देव उठनी एकादशी से कई घरों में शादी के बैंड बजने शुरू हो जाएंगे। शादी का नाम आते ही नाच-गाना, धूम-धड़ाका और खाने के ढेर सारे व्यंजन याद आ जाते है। इन सबके अलावा जिनकी शादी हो रही होती है, उनके मन में भी कई तरह के सवाल औऱ दुविधाएं होती है। इनमें सबसे पहला और अहम सवाल होता है हनीमून का। हर कपल अपने हनीमून को यादगार बनाना चाहता है, लेकिन शादी में हुए खर्चे के बाद कई लोग हनीमून का ख्वाब छोड़ देते हैं। आज हम आपको भारत के नॉर्थ ईस्ट के कुछ खूबसूरत हनीमून डेस्टिनेशन के बारे बताएंगें, जो रोमांटिक भी है, शांत भी है और कम बजट वाली हैं।
खूबसूरत पहाड़ियों के बीच बसा कलिम्पोंग किसी जादुई दुनिया से कम नहीं। आप अपने पार्टनर के साथ यहां एडवेंचर, शांत वातावरण, रोमाटिंक सफर, मोनेस्ट्ररी की सैर, तीस्ता और रिआंग नदियों के किनारे एंजॉय कर सकते हैं। यहां होटेल्स औऱ खाना पीना काफी सस्ता है।
दार्जिलिंग ब्रिटिश काल के सबसे पहले और अट्रैक्टिव हिल स्टेशनों में से एक है। यहां आप अपने पार्टनर के चाय के साथ बगानों के अलावा टॉय ट्रेन का मजा ले सकते हैं। इसके अलावा यहां की सबसे ऊंची पहाड़ी से सूर्यास्त का नजारा भी काफी अद्भुत दिखाई देता है। इसके साथ-साथ आप कुदरती खूबसूरती देखने के लिए आप पार्टनर के साथ गुलजार सेंचल लेक में जा सकते हैं।
शिलांग में आपको लोगों के अलग रहन-सहन और संस्कृति देखने को मिलेगी। इसके अलावा शिलांग के कुजीन, नाइटलाइफ और संगीत आपको बहुत लुभाएंगे। आप यहां की वार्ड झील में आप बोटिंग का लुत्फ उठा सकते हैं और पार्टनर के साथ बोटेनिकल गार्डन में भी घूम सकते हैं।
गंगटोक में एक से बढ़कर एक टूरिस्ट स्पॉट्स हैं, जहां आप अपने पार्टनर के साथ फुल एंजॉय कर सकते हैं। हनीमून शॉपिंग के लिए आप यहां कॉटेज इंडस्ट्रीज, सिक्किम के नए और पुराने बाजार में जा सकते हैं। यहां की चांगू झील की सैर भी जरूर करें। इस झील के शांत पानी के करीब पार्टनर के साथ बिताएं पल आपको हमेशा याद रहेंगे।
मेघालय का चेरापूंजी काफी रोमांटिक प्लेस माना जाता है। आप अपने पार्टनर के साथ यहां झरने, नदियों और गुफाओं का मजा ले सकते हैं। इसके अलावा भी चेरापूंजी में कई ऐसी जगहें हैं, जहां आप पार्टनर के साथ रोमांटिक और शांत पल बिता सकते हैं।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।