टेढ़ा पेनिस मतलब कैंसर होने की अधिक संभावनाएं! पढ़ें पूरी रिपोर्ट...
डिजिटल डेस्क, भोपाल। शोधकर्ताओं ने कैंसर को लेकर किए गए एक नए अध्ययन में चौंकाने वाला खुलासा किया है। अध्ययन में यह साफ हुआ है कि टेढ़े पेनिस वाले पुरुषों में अलग-अलग तरह के कैंसर होने का खतरा काफी ज्यादा होता है। अध्ययन के परिणामों में यह पाया गया कि टेढ़े पेनिस वाले पुरुषों में ट्यूमर होने का खतरा 10 प्रतिशत तक ज्यादा था। इनमें से 42 प्रतिशत लोगों में पेट के कैंसर का खतरा, 20 प्रतिशत लोगों को स्किन कैंसर का खतरा और तकरीबन 39 प्रतिशत लोगों में टेस्टिकुलर कैंसर होने का खतरा पाया गया।
अलग-अलग तरह के कैंसर होने का खतरा
अध्ययन में यह दावा किया गया है कि टेढ़े पेनिस वाले पुरुषों में अलग-अलग तरह के कैंसर होने का खतरा काफी ज्यादा होता है। ऐसा एक विशेष जीन के कारण होता है जो पेनिस के टेढ़ेपन का कारण होता है और कैंसर के खतरे से भी जुड़ा होता है।
पेनिस का टेढ़ा होना यानी पायरोनी रोग
शोधकर्ताओं ने साफ किया है कि पेनिस का टेढ़ा होना यानी कि पायरोनी रोग इरेक्टाइल डिस्फंक्शन का ही एक प्रकार है जिसमें पुरुषों का पेनिस टेढ़ा हो जाता है और इरेक्शन के दौरान काफी तकलीफ होती है। ऐसा तब होता है जब पेनिस को किसी तरह की चोट लगी हो। कभी-कभी इस वजह से ब्लीडिंग होने की भी संभावना होती है।
40 साल की उम्र में होता है पायरोनी
अक्सर जब पुरुष 40 साल की उम्र पार कर लेते हैं तब ही पायरोनी रोग की चपेट में आते हैं। ह्यू्स्टन के कुछ वैज्ञानिकों ने अपने शोध में तकरीबन 48 हजार ऐसे लोगों को शामिल किया था जो पायरोनी रोग से ग्रस्त थे। साथ ही साथ शोध में तकरीबन एक मिलियन ऐसे लोगों को भी शामिल किया गया था जो इरेक्टाइल डिस्फंक्शन की समस्या से पीड़ित थे।
ऐसे पुरुषों की जांच करना बहुत जरूरी
शोधकर्ताओं का कहना है कि ऐसे पुरुषों की जांच करना बहुत जरूरी है। हालांकि यूके के इस कैंसर रिसर्च में यह भी कहा गया है कि पायरोनी रोग की वजह से कैंसर के खतरे की संभावना को अभी पूरी तरह से नहीं समझ पाया गया है। अभी पायरोनी रोग की वजह से कैंसर होने के कारकों का पता लगाया जा रहा है। शोधकर्ताओं का कहना है कि हमें अभी और रिसर्च की जरूरत है ताकि हम पता लगा सकें पायरोनी रोग की वजह से सच में कैंसर होता है या नहीं।
Created On :   7 Nov 2017 10:55 PM IST