Sawan 2025: सावन में पहना जाता है हरा रंग, फैशन है या छुपी है कोई आस्था? जानें क्या है हरा रंग पहनने की वजह

- सावन का महीना हो गया है शुरू
- सावन के महीने में हरा रंग पहनने की है परंपरा
- जानें हरा रंग पहनने के पीछे की वजह
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। 11 जुलाई से सावन के महीने का आगाज हो गया है। सावन के महीने में हर जगह हरा रंग ही नजर आता है। इस महीने में ज्यादातर महिलाएं हरे रंग की साड़ी, सूट, चूड़ियां और बिंदी के साथ मेहंदी भी लगाती हैं। ये सिर्फ एक फैशन ही नहीं है बल्कि इसके पीछे कई पौराणिक और सांस्कृतिक मान्यताएं भी हैं। हालांकि, सावन के महीने में हरा रंग पहनने का ट्रेंड चल गया है। लेकिन हरा रंग एक अहम महत्व रखता है। तो चलिए सावन के महीने में हरे रंग के महत्व के बारे में जानते हैं।
सावन में क्यों पहनते हैं हरा रंग?
धार्मिक महत्व
हरे रंग के धार्मिक महत्व के बारे में जानें तो, ये भगवान शिव और माता पार्वती का बहुत ही प्रिय रंग होता है। इसलिए ही सावन में महिलाएं शिवजी की कृपा पाने के लिए हरा रंग पहनती हैं।
सावन में बहुत बारिश होती है इसलिए ही हर जगह हरियाली फैली होती है। जहां भी देखो तो हरा रंग ही दिखता है। हरा रंग प्रकृति, प्रजनन और नई शुरुआत का भी प्रतीक है। इस वजह से ही सावन के महीने में हरा रंग एक अहम महत्व रखता है।
विवाहित महिलाओं के लिए खास
लाल रंग सुहाग की निशानी तो होती ही है, साथ ही हरे रंग को भी सौभाग्य का प्रतीक माना जाता है। सुहागन महिलाओं के लिए हरा रंग सौभाग्य, प्रेम और समर्पण का प्रतीक माना जाता है। इसलिए ही सावन के महीने में अक्सर विवाहित महिलाएं हरे वस्त्र, चूड़ियां और मेहंदी भी लगाती हैं।
Created On :   13 July 2025 6:24 PM IST