बदलाव: जगन्नाथ मंदिर प्रशासन का बड़ा फैसला, लागू किया नया नियम, फॉलो किये बिना नहीं मिलेगी एंट्री
- जगन्नाथ मंदिर के ड्रेस कोड में बदलाव
- आधुनिक पहनावे पर लगा बैन
- तंबाकू सेवन पर भी रोक
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ओडिशा के पुरी स्थित जगन्नाथ मंदिर में नए साल से एक बड़ा बदलाव हुआ है। दरअसल, 2024 के पहले दिन से इस प्राचीन मंदिर में 'ड्रेस कोड' को लेकर नया नियम लागू किया गया है। जिसके तहत दर्शन करने आए श्रृद्धालु यदि निकर, फटी जींस, स्कर्ट और बिना आस्तीन वाले कपड़े पहनकर पहुंचते हैं तो उन्हें मंदिर परिसर में एंट्री नहीं मिलेगी। साथ ही, मंदिर परिसर में गुटखा-पान खाने और प्लास्टिक-पॉलिथीन का इस्तेमाल करने पर भी पाबंदी लगा दी गई है। इस बात की जानकारी श्री जगन्नाथ मंदिर प्रशासन (SJTA)के अधिकारी ने दी। उन्होंने बताया कि साल 2024 से मंदिर में दर्शन करने पहुंच रहे श्रद्धालुओं को नए नियमों के मुताबिक कपड़े पहनने होंगे। मंदिर में हाफ पैंट, निकर, फटी हुई जींस, स्कर्ट और बिना आस्तीन के कपड़े पहनकर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को प्रवेश नहीं दिया जाएगा।
पहले ही दिन दिखा असर
मंदिर प्रशासन द्वारा लागू किए गए इन नए नियमों का असर पहले ही दिन देखने को मिला। मंदिर परिसर में दर्शन करने पहुंचे कई श्रद्धालुओं को धोती और तौलिए में देखा गया। तो वहीं, महिलाओं को साड़ी और सलवार कमीज में देखा गया। इससे पहले भी मंदिर प्रशासन ने इस नियम को लेकर आदेश जारी किए थे और साथ ही पुलिस से भी इन पाबंदियों को लागू करवाने के लिए भी कहा था। परिसर के एक अधिकारी का कहना है कि, प्रशासन ने मंदिर की पवित्रता और स्वच्छता को बनाए रखने के लिए पूरे परिसर में गुटखा और पान खाने पर भी रोक लगा दी है। इस नियम का उल्लंघन करने वालों पर जुर्माना भी लगाया जाएगा।
नए साल पर उमड़ी भारी भीड़
नए साल के मौके पर सोमवार को पूरी में भगवान जगन्नाथ के दर्शन करने के लिए भक्तों का सैलाब उमड़ पड़ा। रात 1:40 बजे से ग्रांउड रोड पर दर्शन करने खड़े श्रद्धालुओं की भारी भीड़ देखी गई। जिसके मद्देनजर मंदिर के कपाट दोबारा खोले गए। इस बारे में पुरी पुलिस ने अपने ऑफिशियल एक्स अकाउंट पर एक पोस्ट की। जिसमें लिखा, " सोमवार को दोपहर 12 बजे तक 1,80,000 से अधिक श्रद्धालुओं ने जगन्नाथ धाम के दर्शन किए। बिना किसी बाधा के दर्शन सुनिश्चित करने के साथ ही पुलिस दिव्यांग श्रद्धालुओं के लिए भी दर्शन की सुविधा सुनिश्चित कर रही है।" बता दें कि मंदिर पहुंचे सभी श्रद्धालु बिना किसी दिक्कत के दर्शन कर सकें इसके लिए मंदिर प्रशासन और पुलिस ने पूरे मंदिर परिसर में व्यापक व्यवस्थाएं की हैं।
सेंट्रल रेंज के पुलिस महानिरीक्षक आशीष कुमार सिंह ने बताया कि , " पिछले साल इसी दिन की तुलना में इस बार लगभग दोगुने से ज्यादा श्रद्धालु मंदिर के दर्शन कर चुके हैं। देवताओं के दर्शन देर रात 1 बजकर 40 मिनट पर शुरु हुए और अब भी चल रहे हैं। देवी-देवताओं से जुड़ी रस्में निभाने के लिए बीच में कुछ समय के लिए दर्शन रोक दिए गए थे।" आधिकारियों के मुताबिक, नए साल के मौके पर शहर की यातायात सेवाओं को रोक दिया गया है।
वहीं, सोमवर से भुवनेश्वर स्थित लिंगराज मंदिर में भी जगन्नाथ मंदिर की तर्ज पर तंबाकू उत्पादों के खाने पर पाबंदी लगाई गई है। 11 वीं सदी में बने इस प्राचीन मंदिर में तंबाकू और पान का सेवन करते हुए पाए जाने वाले लोगों को मंदिर में जाने की अनुमति नहीं मिल रही है। इसके अलावा मंदिर में प्लास्टिक और पॉलिथीन ले जाना भी वर्जित है।
Created On :   2 Jan 2024 12:02 AM IST