गुजरात में 'बिपरजॉय' का कहर, दो की मौत 23 लोग घायल, तेज हवाओं के साथ हो रही बारिश, बाढ़ जैसे बने हालात
- गुजरात में 'बिपरजॉय' का 'कहर'
- तूफान की वजह से 23 लोग घायल
- तूफान से तबाही, दो की मौत
डिजिटल डेस्क, गांधीनगर। गुजरात में चक्रवात 'बिपरजॉय' का तांडव देखने को मिल रहा है। बीते दिन यानी 15 जून की रात करीब 11.30 बजे 'बिपरजॉय' गुजरात के कच्छ जिले के जखाऊ तट से टकरा गया। जिसके बाद से ही प्रदेश में तबाही के मंजर देखने को मिल रहे हैं। 'बिपरजॉय' की वजह से भारी मात्रा में नुकसान की तस्वीरें सामने आई हैं। गुजरात के गांधीनगर में इस चक्रवात की वजह से 23 लोग घायल हो गए हैं। वहीं इस तूफान ने दो लोगों की जिंदगी छीन ली है। जबकि 24 पशुओं की जान चली गई है। इसी के साथ, मौसम विभाग ने आज भी उत्तर गुजरात तट पर 45-55 किमी से लेकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की आशंका जताई है।
चक्रवात बिपरजॉय गुजरात में तबाही मचाने के बाद राजस्थान की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग के मुताबिक, गुजरात तट से टकराने के बाद हवा की स्पीड थोड़ी कम हुई है लेकिन गुजरात के अभी भी कुछ इलाकों में चक्रवात अपना रौद्र रूप लिए हुए है। कच्छ और सौराष्ट्र के इलाकों में जबरदस्त हवाएं चल रही हैं। इन इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश भी हो रही है। जिसकी वजह से कई जगहों पर बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं।
पानी से लबालब हुआ गुजरात
कच्छ के भुज में चक्रवात बिपरजॉय की वजह से तेज बारिश हुई है। जिसके चलते कई इलाकों में जलभराव देखने को मिल रहा है।
जामनगर की हालात ठीक
जामनगर कलेक्टर बी. ए. शाह ने जिले की हालात को लेकर कहा, "चक्रवात बिपरजॉय के बाद प्रशासन द्वारा गिरे पेड़ों को सड़कों से हटा लिया गया है। जामनगर तहसील में सुबह 6 बजे से दोपहर 12 बजे तक 119 मिलीलीटर और अन्य तहसील में करीब 30 मिलीलीटर बारिश हुई है। पिछले 24 घंटे में किसी भी तरह की जनहानि की सूचना नहीं है लेकिन 3 लोगों के घायल और 4 जानवरों के मौत की सूचना है।"
हवा की गति तेज रहेगी- आलोक पांडे
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने कहा, "अभी हमें सतर्क रहना होगा। अभी तक करीब 24-25 लोग घायल हुए हैं और एक भी व्यक्ति की मृत्यु नहीं हुई है। करीब 60 कच्चे मकान टूटे हैं। अभी कच्छ, बनासकांठा, पाटन जिले में अलर्ट जारी किया गया है। सेंट्रल गुजरात के क्षेत्रों में अति भारी बारिश की संभावना है और हवा की गति भी तेज रहेगी।"
भारी बारिश होने की संभावना
आईएमडी की वैज्ञानिक मनोरमा मोहंती ने चक्रवात 'बिपरजॉय' की गति को लेकर कहा, "चक्रवात की तीव्रता कम हुई है। इसके कारण कच्छ में भारी बारिश हो सकती है। द्वारका, जामनगर, मोरबी में भारी से अति भारी बारिश होने की संभावना है। पोबंदर, राजकोट सहित कई जिलों में भारी बारिश हो सकती है। पूरे गुजरात में बारिश होने की संभावना है। कल कच्छ, पाटन, महसाना , बनासकांठा में अति भारी बारिश हो सकती है।"
प्रशासन का लोगों से अपील
गुजरात के शहर भुज के हालात को लेकर जिले के एसपी करण सिंह वघेला ने कहा, मुंद्रा, मांडवी, नलिया, जखाऊ आदि जगह पर भारी बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। पुलिस की टीम हर जगह तैनात हैं। पुलिस पूरे जिले में तैनात है। जिससे कहीं भी कुछ जरूरत हो वहां पहुंच सके। जहां भी रोड ब्लॉक है उसे जल्द से जल्द साफ कराया जा रहा है। किसी भी जनहानि की सूचना अभी तक नहीं आई है। हम लोगों से अपील करते हैं चक्रवात का पूरी तरह से शांत हो जाने के बाद ही वे अपने घर से बाहर निकलें।
मौके पर मौजूद NDRF, SDRF- गृह मंत्री हर्ष संघवी
गुजरात के गृह मंत्री हर्ष संघवी ने द्वारका में एएनआई से खास बातचीत में बताया, "बीती रात बहुत चुनौतीपूर्ण थी। आज फिर टीम गुजरात उसी साहस के साथ ग्राउंड जीरो पर काम कर रही है। सरकार के प्रो एक्टिव काम के कारण आज सुबह 8 बजे तक किसी भी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। कुछ लोग घायल हुए हैं जिनका इलाज चल रहा है। तेज हवाओं के कारण कई जगह पर बिजली के खंभे और पेड़ गिरे जिसे पुलिस, NDRF, SDRF की टीम ने साथ मिलकर तुरंत हटाया।"
बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर को ज्यादा नुकसान- कच्छ जिले के कलेक्टर
गुजरात के कच्छ जिले के कलेक्टर अमित अरोड़ा ने बताया, "कई जगहों पर तेज हवा के कारण एहतियातन बिजली आपूर्ति नहीं की जा रही है। नुकसान का सर्वे जारी है सही आंकड़े सर्वे के बाद आएंगे। बिजली के खंभे और ट्रांसफार्मर को ज्यादा नुकसान हुआ है। काफी पेड़ गिरे हैं। किसी प्रकार की जनहानि नहीं हुई है। हम चीजें सामान्य करने की जल्द से जल्द कोशिश करेंगे।" उन्होंने आगे बताया "2 हाईवे बंद हैं जिस पर से पेड़ हटाने का काम जारी है।"
NDRF के DG अतुल करवाल ने क्या कहा?
NDRF के DG अतुल करवाल ने चक्रवात 'बिपरजॉय' को लेकर जानकारी दी है। उन्होंने कहा, "तूफान जैसे-जैसे कमजोर और गहरे दबाव में परिवर्तित हो रहा है, तो इससे दक्षिण राजस्थान में बारिश होने की संभावना है। राजस्थान सरकार के अनुरोध पर हमने एक टीम जालौर में पहुंचा दी है। इसके अलावा हमारी कर्नाटक में 4, महाराष्ट्र में भी 5 टीमें तैनात हैं।" अतुल करवाल ने आगे कहा, "लैंडफॉल से पहले 2 लोगों की मृत्यु हुई थी। लैंडफॉल के बाद कोई जनहानि नहीं हुई। 24 जानवरों की मृत्यु हुई है और 23 लोग घायल हुए हैं। करीब हजार गांवों में बिजली की आपूर्ति बाधित हुई है। 800 पेड़ गिरे हैं। राजकोट के अलावा कहीं और भारी बारिश नहीं हो रही है।"
जनहानि की सूचना नहीं- कमांडेंट राकेश सिंह बिष्ट
NDRF के 6 बटालियन में सहायक कमांडेंट राकेश सिंह बिष्ट ने गुजरात के नलिया जिले की हालात को लेकर कहा, "चक्रवात बिपरजॉय की वजह से हमें खंभे और पेड़ गिरने की सूचना मिली है। जिसके बाद हम एक अस्पताल के पास से पेड़ काटने का कार्य कर रहे हैं। कहीं से भी जनहानि की सूचना नहीं आई है। अधिकतर घटना पेड़ और खंभे गिरने की है।"
जल्द ही राजस्थान में होगी एंट्री
इस वक्त गुजरात और पाकिस्तान की सीमा पर चक्रवात 'बिपरजॉय' मौजूद है। आईएमडी के अनुसार, जल्द ही ये पाकिस्तना की सीमा में प्रवेश करेगा। साथ ही यह तबाही आगे बढ़ते हुए राजस्थान में भी प्रवेश कर जाएगा।
देवदूत बनी एनडीआरएफ की टीम
गुजरात के द्वारका में चक्रवात 'बिपरजॉय' के कारण कई जगहों पर जलभराव देखने को मिला। NDRF कर्मियों ने रुपेन बंदर के निचले इलाके में फंसे 2 लोगों को बचाया।
सड़क पर पेड़ गिरे
नलिया में चक्रवात 'बिपरजॉय' का प्रभाव देखने को मिल रहा है। शहर में सड़क पर कई जगह पेड़ गिरे पड़े हैं।
बिपारजॉय पूर्व-उत्तर पूर्व की ओर बढ़ा
मौसम विभाग ( आईएमडी ) के महानिदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने कहा, "चक्रवात तूफान बिपरजॉय जो कल रात को सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में केंद्रित था, वो धीरे-धीरे ईस्ट-नॉर्थ-ईस्ट दिशा में गति करते हुए आज सुबह 8:30 बजे भुज से पश्चिम- उत्तर-पश्चिम दिशा में 30 किलोमीटर दूरी पर केंद्रित है। यह थोड़ा कमजोर हुआ है। शाम तक यह तूफान कमजोर होकर एक गहरे दबाव में परिवर्तित हो जाएगा।"
ज्यादा नुकसान होने की संभावना- अग्निशमन अधिकारी
मुख्य अग्निशमन अधिकारी के.एम. दस्तूर ने 'बिपरजॉय' को लेकर कहा,"मांडवी में कई पेड़ गिर गए हैं। हवा की स्थिति देखकर लग रहा है कि आज अधिक नुकसान हो सकता है। अग्निशमन विभाग की एक टीम यहां सड़क सफाई अभियान में लगी हुई है"
गिरे पेड़ों को हटाने का काम जारी
गुजरात के मांडवी में चक्रवाती तूफान 'बिपारजॉय' का प्रभाव देखने को मिल रहा है। शहर में सड़क पर गिरे पेड़ों को हटाने का अभियान चलाया जा रहा है।
एक्शन में गुजरात के सीएम
गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने अधिकारियों के साथ चक्रवात 'बिपरजॉय' के प्रभाव की समीक्षा की।
मुस्तैद दिखे एनडीआरएफ के जवान
गुजरात के द्वारका में अलग-अलग जगहों पर बिजली के खंभे उखड़े पड़े हैं। जिन्हें ठीक करने के लिए एनडीआरएफ की टीम मुस्तैद नजर आ रही है ताकि किसी तरह से आम जन जीवन प्रभाव न हो।
जनहानि की सूचना नहीं मिली है- स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल
गुजरात के स्वास्थ्य मंत्री ऋषिकेश पटेल ने चक्रवात 'बिपरजॉय' को लेकर बड़ा दावा किया है। उनका कहना है, "किसी भी प्रकार की जनहानि की सूचना नहीं मिली है। किसी पशु की भी मृत्यु नहीं हुई है। पेड़ गिरने की सूचना मिली है। कच्छ में करीब 5-6 बजे तक परिस्थिति अच्छी होने लगेगी। आज पूरे गुजरात में तेज हवाएं और भारी बारिश भी हो सकती है।" इसके अलावा उन्होंने ने राजस्थान में भी बारिश होने की संभावना जताई है।
मुस्तैद है NDRF की टीम
NDRF के जवान सड़क पर गिरे पेड़ को हटाने का काम कर रहे हैं ताकि किसी तरह की आवाजाही में बाधा न हो। गुजरात के कच्छ जिले के लखपत में सड़क पर गिरे पेड़ों को हटाने का काम जारी है।
दो की हुई मौत
'बिपरजॉय' तूफान की वजह से हुए नुकसान को लेकर NDRF ने बताया कि, 24 जानवर, 23 लोग घायल और दो लोगों की अब तक मौत हुई है।
940 गांवों में बिजली सेवा पूरी तरह ठप्प
गुजरात के कच्छ जिले में बारिश के साथ तेज हवाएं चल रही हैं। जिसकी वजह से शहर में बिजली सेवा पूरी तरह बाधित है। इसके अलावा पूरे गुजरात में 'बिपरजॉय' का कहर देखने को मिल रहा है। इस चक्रवात की वजह से 22 लोग घायल, 23 पशुओं की मौत, 524 पेड़ों की क्षति के साथ 940 गांवों में बिजली सेवा पूरी तरह ठप्प हो चुकी है।
गुजरात के मांडवी में चक्रवात 'बिपरजॉय' का प्रभाव देखने को मिल रहा है। शहर में तेज हवाओं के साथ-साथ बारिश भी हो रही है। जिसकी वजह से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है। सभी लोगों को घरों में रहने की सलाह दी जा गई है ताकि किसी प्रकार की जान माल की हानि न हो। आईएमडी यानी मौसम विभाग इस पूरे मामले पर अपनी पैनी नजर बनाए हुए है।
गोमती नदी में चक्रवात का दृश्य
गुजरात के द्वारका में चक्रवात बिपरजॉय का प्रभाव देखने को मिल रहा है। गोमती नदी जबरदस्त उफान पर हैं।
पेड़ मुंह के बल गिरे
गुजरात के कच्छ में चक्रवात बिपरजॉय का भयानक रूप देखने को मिल रहा है। शहर में तेज हवाएं चल रही हैं। जिसकी वजह से कई जगहों पर पेड़ उखड़ गए हैं।
मुंबई में भी 'बिपरजॉय' का असर
'बिपरजॉय' का प्रभाव मुंबई में भी देखने को मिल रहा है। समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठ रही हैं।
चक्रवाती तूफान की श्रेणी में बदला 'बिपरजॉय'
आईएमडी निदेशक डॉ मृत्युंजय महापात्र ने तूफान को लेकर जानकारी साझा की हैं। उन्होंने बताया, "चक्रवात बिपरजॉय उत्तर पूर्व की ओर मूव किया और जखाऊ बंदरगाह, गुजरात के करीब पाकिस्तान तट से सटे सौराष्ट्र-कच्छ को पार किया है।" महापात्र ने आगे कहा, "चक्रवात अब समुद्र से जमीन की ओर बढ़ गया है और सौराष्ट्र-कच्छ की ओर केंद्रित है। चक्रवाती तूफान प्रचंड गंभीर चक्रवाती तूफान की श्रेणी में बदल गया है। 16 जून की शाम को चक्रवाती तूफान डिप्रेशन में बदल जाएगा।"
बाढ़ आने की संभावना है- आईएमडी
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने चक्रवात बिपरजॉय पर कहा, "चक्रवाती तूफान फिलहाल कच्छ-पाकिस्तान सीमा को टच कर रहा है और हवा की औसत गति 78 किमी प्रति घंटा रही। कई जगहों पर बिजली के खंभे उखड़ने से बिजली नहीं रही। आईएमडी के पूर्वानुमान के अनुसार, तूफान कल दक्षिणी राजस्थान पहुंचेगा और वहां पर बारिश होगी।" उन्होंने आगे कहा, निचले इलाकों में लोगों को अलर्ट कर दिया गया है, बाढ़ आने के आसार हैं। कल गुजरात में बारिश होने की संभावना है जिसमें कच्छ, पाटन, बनासकांठा में ज्यादा बारिश होगी और बाकि जगह भी बारिश होगी।"
चक्रवात बिपरजॉय का तांडव
गुजरात के राहत आयुक्त आलोक पांडे ने बताया, "चक्रवात बिपरजॉय के कारण करीब 22 लोग घायल हो गए हैं। अभी तक किसी के मरने की खबर नहीं है। 23 पशुओं की मौत हो गई है, 524 पेड़ गिर गए हैं और कुछ जगहों पर बिजली के खंभे भी गिर गए हैं, जिससे 940 गांवों में बिजली नहीं है।"
तूफान से बिजली गुल
पीजीवीसीएल के कार्यकारी इंजिनियर जे.सी. गोस्वामी ने कहा, तेज हवाओं से बिजली के तार और खंभे टूट गए जिससे मलिया तहसील के 45 गांवों में बिजली नहीं थी जिसमें से 9 गांवों में बिजली बहाल करने का काम चल रहा है बाकि गांवों में हमने बिजली बहाल कर दी है।
मौसम विभाग ने क्या कहा?
भारतीय मौसम विभाग ने बिपरजॉय को लेकर एक सूचना जारी किया है। जिसमें बताया, गंभीर चक्रवाती तूफान बिपरजॉय आज 2:30 बजे नलिया से 30 किमी. उत्तर में सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र पर केंद्रित था। इसके उत्तर पूर्व की ओर बढ़ने और 16 जून की सुबह तक चक्रवाती तूफान के कमजोर पड़ने और उसी शाम तक दक्षिण राजस्थान में चक्रवात के डिपरेशन में जाने की उम्मीद है।
Created On :   16 Jun 2023 8:09 AM IST