भाजपा कर्नाटक में जीती तो लोकायुक्त होगा कर्नाटक में और लोकपाल केन्द्र में - जावड़ेकर
डिजिटल डेस्क, बंगलुरु। केन्द्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने घोषणा की कि भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई तो कर्नाटक में सशक्त लोकायुक्त का गठन किया जाएगा। पिछले कई महीनों से कर्नाटक में जावड़ेकर पार्टी की चुनावी तैयारी की कमान संभाल रहे हैं। भाजपा को भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना करना पड़ रहा है। जावड़ेकर ने रणनीति बदलकर सिद्धारमैया सरकार को भ्रष्टाचारी बताते हुए बाजी पलटने की कोशिश की। बंगलुरु के हरियाले सदाशिवनगर के फ्लैट में बातचीत के दौरान जावड़ेकर ने कहा कि चुनाव घोषणा पत्र में लोकायुक्त बनाने का वादा कर भाजपा ने विपक्ष के आरोप और मतदाता की आशंकाओं को निर्मूल साबित कर दिया है।
भाजपा भ्रष्टाचार पर सीधा हमला करेगी। इस प्रश्न पर कि भाजपा ने तो केन्द्र में अब तक लोकपाल नहीं बनाया, जबकि अण्णा हजारे के साथ लोकपाल के लिए लड़ाई लड़ी थी। जावड़ेकर ने पूरे मुद्दे को कर्नाटक चुनाव से जोड़ते हुए कहा- केन्द्र में भी लाएंगे। हमने बैठकें बुलवाईं। कांग्रेस पक्ष के लोकसभा में नेता मल्लिकार्जुन खड़गे गैर हाजिर रहे। पूछना तो कांग्रेस से चाहिए कि वे क्यों गंभीर नहीं हैं? (खड़गे कर्नाटक से लोकसभा सदस्य हैं और उनका बेटा विधानसभा चुनाव लड़ रहा है।)
"साम्प्रदायिक प्रचार से दूर भाजपा"
जावड़ेकर का दावा है कि भाजपा साम्प्रदायिक प्रचार से दूर है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अंतिम चरण में प्रचार के लिए बुलाया, इसलिए नहीं कि लोगों को भड़काकर आस्था के आधार पर वोट बांटना है। योगी नाथ संप्रदाय से हैं। कर्नाटक के बड़े समुदाय मतलब वोक्कालिगा में उनका आदर है। वे यहां के नाथ मठों में ही रुकते हैं। मुख्यमंत्री अभी बने। काफी समय से आते रहे हैं। मुख्यमंत्री के रूप में येदुरप्पा को पेश करना किसी एक जातीय समुदाय को खुश करना नहीं है। उनके साथ अन्याय हुआ था। मुख्यमंत्री रहते हुए उनके खिलाफ आरोपों को लेकर कोई सजा नहीं हुई। जबकि कांग्रेस ने कई दागी नेताओं को चुनाव में उतारा है।
भाजपा मतदाताओं को बता रही है कि येदुरप्पा को मुख्यमंत्री बनने से रोकने के लिए सिद्धारमैया ने लिंगायत समुदाय को अल्पसंख्यक धर्म के रूप में मान्यता देने का दांव चला। भाजपा ने कर्नाटक में 25 कार्यकर्ताओं और समर्थकों की बलि दी है। सरकार ने हत्या के अभियुक्तों के विरुद्घ तटवर्ती कर्नाटक और बंगलुरु में मुकदमे वापस लिए। राज्य में साढ़े तीन हजार किसानों ने आत्महत्या की। भाजपा ने कानून-व्यवस्था और विकास में सिद्धारमैया सरकार की असफलता का कच्चा-चिट्ठा हर मतदाता तक पहुंचाया है। कांग्रेस बेतहाशा खर्च कर रही है। 7-8 सीटों पर दिल और दौलत की लड़ाई है। जावड़ेकर ने कहा कि कांग्रेस से गरीब वर्ग छिटक चुका है। प्रधानमंत्री मोदी पूरी तैयारी से जाते हैं। लोकप्रिय हैं। प्रचार के दौरान हर क्षेत्र की विशेषता, विरासत और समस्याओं का उल्लेख किया। कन्नड़ में बोलकर दिल जीता।
@ प्रकाश दुबे
Created On :   11 May 2018 12:23 PM IST