ये कैसी शिक्षा? बेंगलुरू के कॉलेज में पढ़ाए जा रहे दहेज के 'फायदे'

डिजिटल डेस्क,बैंगलुरू। देश में दहेज प्रथा के खिलाफ कई बड़े मंचों से लेकर छोटे से छोटे गांवों में आवाज उठी है। दहेज लेने और देने को गलत बताया गया है और हमेशा से ही इसे समाज को गलत संदेश देने वाली एक प्रथा बताया गया है। भारत में दहेज लेना और देना 1961 में ही गैरकानूनी करार दिया जा चुका है। बावजूद इसके ये प्रथा खुलेआम आज भी चल रही है। हाल ही में सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है। ये तस्वीर एक पन्ने की है, जिसमें "Advantages of dowry" के नाम से नोट्स लिखे हैं। दहेज के फायदे बताने वाले ये नोट्स बेंगलुरु के सेंट जोसफ कॉलेज में बीए फाइनल ईयर के छात्रों पढ़ाए जा रहे हैं।
नोट्स की तस्वीर उसी कॉलेज की छात्रा रितिका रमेश ने अपने फेसबुक पेज पर पोस्ट की है। फोटो के सोशल मीडिया में आते ही तेजी से वायरल हो ही हैं और इस पर लोगों की तीखी प्रतिक्रिया आ रही है।
आपको बता दें, दहेज के फायदे गिनाने वाले नोट्स की कॉपी छात्रों को बकायदा बांटी गई है। इन नोट्स में बताया गया है कि दहेज बदसूरत लड़कियों के लिए फायदेमंद है क्योंकि मोटे दहेज से उनकी शादी आसानी से हो जाती है।
इस मामले में कॉलेज की तरफ से सफाई पेश की गई है। कॉलेज मैनेजमेंट के मुताबिक वो नोट्स सीलेबस का हिस्सा नहीं है, बल्कि एक्सट्रा रिफरेंस मटेरियल है। सेंट जोसेफ कॉलेज की तरफ से कहा गया है कि इस मामले की जांच कराई जा रही है और कॉलेज सीलेबस में ऐसा कुछ भी नहीं है। कॉलेज ने कहा है कि वो ऐसी प्रथा के खिलाफ है। इन नोट्स को छात्रों के बीच सर्क्यूलेट करने में कॉलेज का हाथ नहीं हैं।
दावा किया जा रहा है कि दहेज प्रथा के फायदे बताने वाले ये नोट्स "सोशल प्रॉबलम्स" की किताब के हैं। ये पेज बाकी नोट्स के साथ छात्रों को बांटे गए हैं।
आइए आपको बताते है कि इंडस्ट्रियल रिलेशन, इकोनॉमिक्स और सोशियोलॉजी से बीए कर रहे छात्रों को दिए नोट्स दहेज के और क्या फायदे बताए गए है।
- जो लड़कियां खूबसूरत नहीं होतीं, उनके लिए दहेज प्रथा वरदान हैं क्योंकि मोटा दहेज देकर उनकी शादी हो जाती है।
- दहेज देकर पढ़े-लिखे, सैटेल्ड, अच्छे, सुंदर और शादी के राजी ना हो रहे लड़कों को भी शादी करने के लिए राजी किया जा सकता है।
- दहेज की मदद से नए जोड़ों को अपनी नई जिंदगी शुरू करने में आर्थिक मदद मिलती है।
- दहेज ऐसे गरीब लड़कों को उच्च शिक्षा हासिल करने और बेहतर भविष्य का निर्माण करने में मदद करती है, जो काबिल होते हैं।
- दहेज लाने से परिवार में बहू की रूतबा बढ़ जाती है, उसे ज्यादा प्यार और सम्मान मिलता है। जबकि कम दहेज लाने वाली बहू को परिवार में उतना प्यार नहीं मिलता।
- कुछ लोग दहेज प्रथा को समाज में अपना स्टेटस बढ़ाने के तौर पर मान्यता देते हैं।
- दहेज से परिवार की एकता बनी रहती है। कुछ लोग को लगता है कि दहेज प्रथा जारी रहनी चाहिए, लेकिन बेटियों को उनके पिता की संपत्ति में कोई अधिकार नहीं मिलना चाहिए।
दहेज के फायदे गिनवाने के बाद आखिर में लिखा है, इन सबके बावजूद इसका मतलब ये नहीं है कि दहेज प्रथा को समाज में मान्यता मिले।
Created On :   21 Oct 2017 8:51 AM IST