महाराष्ट्र में प्लास्टिक बैन का असर : फूड डिलीवरी कंपनियों ने बंद की सेवाएं

महाराष्ट्र में प्लास्टिक बैन का असर : फूड डिलीवरी कंपनियों ने बंद की सेवाएं
हाईलाइट
  • कुछ रेस्टोरेंट स्टील के लंच बॉक्स के जरिए फूड डिलीवरी कर रहे हैं।
  • फूड डिलीवरी कंपनियों ने अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं।
  • रेस्टोरेंट डिलीवरी के बाद उपभोक्ताओं से टिफिन वापसी के लिए भी कह रहे हैं।

डिजिटल डेस्क, पुणे। महारास्ट्र में प्लास्टिक बैन के फैसले के बाद इसकी वैकल्पिक व्यवस्था न होने की वजह से तमाम दिक्कतें आ रही हैं। इसका असर रेस्टोरेंट संचालकों पर भी पड़ा है। कई फूड डिलीवरी कंपनियों ने अपनी सेवाएं बंद कर दी हैं। वहीं कुछ रेस्टोरेंट स्टील के लंच बॉक्स के जरिए फूड डिलीवरी कर रहे हैं। ये रेस्टोरेंट डिलीवरी के बाद उपभोक्ताओं से टिफिन वापसी के लिए भी कह रहे हैं। इसके लिए उपभोक्ताओं से 200 रुपये जमा कराए जा रहे हैं, टिफिन लौटाने पर ये पैसे लौटा दिए जाते हैं।

 

 

फूड डिलिवरी कंपनियों ने बंद की सेवाएं
एक होटल के मालिक गणेश शेट्टी ने कहा कि पर्यावरण के हित में लिए गए सरकार के फैसले का हम स्वागत करते हैं, लेकिन सरकार को इसका विकल्प तलाशने के लिए हमे कुछ समय देना चाहिए था। डिलीवरी के विकल्पों की कमी के चलते ज़ोमेटो और स्वीगी जैसी फूड डिलीवरी करने वाली कंपनियों ने फिलहाल अपना काम बंद कर दिया है। फूड डिलीवरी सर्विस बंद हो जाने से ग्राहको को भी असुविधा हो रही है। ये कंपनियां अब फूड डिलिवरी के विकल्पों की तलाश कर रही है।

 

 

प्लास्टिक और थर्मोकोल पर प्रतिबंध
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने प्लास्टिक और थर्मोकोल पर प्रतिबंध लगाने की अधिसूचना जारी की है। इसके साथ ही प्लास्टिक और थर्मोकोल पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने वाला महाराष्ट्र 18वां राज्य बन गया है। लोगों के पास पड़े स्टॉक को नष्ट करने के लिए एक महीने का वक्त दिया गया है। 250 मिली लीटर पानी की बॉटल पर भी पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया गया है। इस प्रतिबंध का पालन नहीं करने वालों को 5,000 रुपये से 25,000 रुपये तक जुर्माना भरना होगा या फिर तीन महीने की सजा हो सकती है। 

Created On :   25 Jun 2018 5:48 PM GMT

और पढ़ेंकम पढ़ें
Next Story