सरकार और विपक्ष के दावों के बीच 1 साल बाद कहां पहुंचा देश ?

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पिछली साल मोदी सरकार के लिए गए "नोटबंदी" के फैसले को आज एक साल पूरा हो गया है। "नोटबंदी" की पहली सालगिरह में बीजेपी जहां इसे "एंटी ब्लैक मनी डे" के रुप में मनाएगी, तो वहीं कांग्रेस समेत विपक्षी पार्टियां इस दिन को "ब्लैक डे" के रुप में मनाने जा रही है। 8 नवंबर को नोटबंदी की पहली सालगिरह पर बीजेपी के कई बड़े नेता अलग-अलग राज्यों में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर नोटबंदी से हुए फायदे गिनाएंगे। वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज गुजरात के सूरत में व्यापारियों से बात करेंगे।
I bow to the people of India for steadfastly supporting the several measures taken by the Government to eradicate corruption and black money. #AntiBlackMoneyDay
— Narendra Modi (@narendramodi) November 8, 2017
Demonetisation is a tragedy. We stand with millions of honest Indians, whose lives livelihoods were destroyed by PM’s thoughtless act.
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 8, 2017
"एक आँसू भी हुकूमत के लिए ख़तरा है
— Office of RG (@OfficeOfRG) November 8, 2017
तुमने देखा नहीं आँखों का समुंदर होना" pic.twitter.com/r9NuCkmO6t
बीजेपी नेता करेंगे प्रेस कॉन्फ्रेंस
नोटबंदी के एक साल पूरे होने पर बीजेपी के कई बड़े नेता अलग-अलग राज्यों में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगे। इसमें जनता को नोटबंदी से हुए फायदों के बारे में बताया जाएगा। आज केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी यूपी की राजधानी लखनऊ में रहेंगी, तो वहीं डिफेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण चेन्नई में प्रेस कॉन्फ्रेंस करेंगी। इसके अलावा मुंबई में केंद्रीय मंत्री नितिन गड़करी, अहमदाबाद में रेल मिनिस्टर पीयूष गोयल, चंडीगढ़ में मुख्तार अब्बास नकवी, बेंगलुरु में एचआरडी मिनिस्टर प्रकाश जावड़ेकर, कोलकाता में जयंत सिन्हा, हैदराबाद में अनंत कुमार और जयपुर में केंद्रीय मंत्री सुरेश प्रभु प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जनता और मीडिया को नोटबंदी के फायदे गिनाएंगे।
नोटबंदी की व्यापक और ऐतिहासिक सफलता। #DemoWins pic.twitter.com/LiUxxm88Cj
— BJP (@BJP4India) November 7, 2017
कांग्रेस मनाएगी "ब्लैक डे"
नोटबंदी की पहली सालगिरह पर कांग्रेस समेत सभी विपक्षी पार्टियां इस दिन को "ब्लैक डे" के रुप में मनाएंगी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, कांग्रेस ने दावा किया है कि इस दिन देश के लगभग सभी हिस्सों में नोटबंदी के विरोध में कैंडल मार्च निकाला जाएगा। इसके साथ ही कांग्रेस की हर जिला और शहर कमिटी इस दिन दिनभर मीटिंग और नुक्कड़ नाटक के जरिए नोटबंदी से हुए नुकसान जनता को बताएगी। इसके साथ ही कांग्रेस ये भी मांग करेगी, जिन लोगों की जान नोटबंदी के दौरान गई, उनके परिजनों को 25-25 लाख का मुआवजा दिया जाए।
Demonetisation, best known as #BJPMoneyLaunderingDay, triggered downfall of GDP, crippling of SMEs, deaths of poor people #ThisDayThatYear pic.twitter.com/53bbpdwvai
— Congress (@INCIndia) November 8, 2017
सूरत में व्यापारियों से बात करेंगे राहुल गांधी
वहीं कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज गुजरात के सूरत में व्यापारियों से बात कर रहे हैं। सूरत के व्यापारियों ने नोटबंदी का काफी विरोध किया था। गुजरात में अगले महीने विधानसभा चुनाव के लिए वोटिंग होनी है। ऐसे में नोटबंदी का मुद्दा उठाकर राहुल गांधी व्यापारियों को अपनी तरफ लाने की कोशिश करेंगे। वहां कांग्रेस के महासचिव गुलाम नबी आजाद, पीसी चाको और अजय माकन दिल्ली के विजय चौक में मानव श्रृंखला बनाकर नोटबंदी का विरोध करेंगे।
Congress VP Rahul Gandhi visited a Working Textile Unit, Balakrishna Synthetics in Foolpada, Surat. #BJPMoneyLaunderingDay pic.twitter.com/oAXWZjPCmt
— Congress (@INCIndia) November 8, 2017
काली पट्टी बांधकर करेंगे बिजनेस
8 नवंबर को समाजवादी पार्टी भी नोटबंदी के विरोध में हिस्सा लेगी। समाजवादी व्यापार सभा के महासचिव पवन मनोचा ने बताया है कि नोटबंदी से व्यापारियों को बहुत नुकसान हुआ है। कई छोटे-छोटे उद्यमियों के रोजगार बंद हो गए। उन्होंने बताया कि नोटबंदी के विरोध में व्यापार सभा के सभी लोग दिन भर में हाथ में काली पट्टी बांधकर बिजनेस करेंगे।
नोटबंदी के बाद 99% नोट वापस आए
Post #demonetisation our country has moved on to a much cleaner, transparenthonest financial system.Which will benefit future generations.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) November 7, 2017
रिजर्व बैंक ने एक रिपोर्ट में कहा था, ‘30 जून तक कुल मिलाकर 15 लाख 28 हजार करोड़ रुपए के 500 और 1000 रुपए के पुराने नोट वापस आए हैं, जबकि कुल नोटों की कीमत 15 लाख 44 हजार करोड़ थी।’ यानी सिर्फ 16 हजार करोड़ रुपए के पुराने नोट वापस नहीं आए। हालांकि इसमें सहकारी बैंकों में और नेपाल में जमा कराए गए नोट शामिल नहीं थे।
Created On :   8 Nov 2017 8:04 AM IST