मुंबई ATS का छापा, सनातन संस्था से जुड़े शख्स के घर और दुकान से विस्फोटक बरामद

मुंबई ATS का छापा, सनातन संस्था से जुड़े शख्स के घर और दुकान से विस्फोटक बरामद
हाईलाइट
  • मुंबई के नालासोपारा में ATS ने छापेमारी कर बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया।
  • पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी शख्स को हिरासत में ले लिया है।
  • सनातन संस्था से जुड़े वैभव राउत के घर से 8 देसी बम बरामद किए है।

डिजिटल डेस्क, मुंबई। मुंबई के नालासोपारा में ATS ने छापेमारी कर बड़ी मात्रा में विस्फोटक बरामद किया। ATS टीम ने छापेमारी करते हुए सनातन संस्था से जुड़े वैभव राउत के घर से 8 देसी बम बरामद किए है। मुंबई एटीएस ने गुरुवार रात को छापेमारी की थी। छापेमारी के दौरान उनके साथ पुलिस टीम और डॉग स्क्वाड भी था। एटीएस सूत्रों की मानें तो वैभव राउत के घर से 8 देसी बम मिले हैं, तो वहीं घर के पास ही दुकान पर बम बनाने की सामग्री मिली है। जिसमें सल्फर और डेटोनेटर भी बरामद हुआ है। जानकारी के मुताबिक पिछले कुछ दिनों से संदिग्ध पर पुलिस और एटीएस की टीम नजर रखे हुए थी। खुफिया सूत्रों से जानकारी मिलने के बाद गुरुवार को एटीएस ने वैभव राउत के घर छापेमारी की। पुलिस ने पूछताछ के बाद आरोपी शख्स को हिरासत में ले लिया है। 

 

 

 


हालांकि इस पूरे मामले को लेकर सनातन संस्था के वकील संजीव पुनालेकर का कहना कि वैभव राऊत यह सनातन का साधक नहीं है, पर वो हिंदुत्व का कार्यकर्ता है। उन्होंने सनातन संस्था पर लगाए सभी आरोप गलत बताया है। संजीव ने कहा है कि वैभव के घर विस्फोटक मिलना संभव नहीं है। उन्होंने बताया कि एटीएस ने वैभव राउत को बिना कोई सूचना पुख्ता सूबत के गिरफ्तार कर लिया है। जबकि एटीएस ने इस संबंध में घर के मालिक वैभव राउत को गिरफ्तार कर लिया है। हालांकि सनातन इस गिरफ्तारी का विरोध कर रही है। उसे शुक्रवार दोपहर को मुंबई के भोइवाड़ा कोर्ट में पेश किया जाएगा। बताया गया है कि वैभव सनातन संस्थान से जुड़ा हुआ है।


रिपोर्ट्स के मुताबिक, राउत सनातन संस्‍था और हिंदू जनजागृति समिति का सदस्‍य था और "तोड़फोड़ व विध्वंसक" गतिविधियों को लेकर पुलिस की रडार पर था। पिछले कुछ सालों से संस्था लगातार विवादों में है। इस संस्था को लेकर भारी बहस भी चली थी कि इसे आतंकी संगठन घोषित किया जाए या नहीं। इस संस्था को प्रतिबन्ध करने को लेकर भी विवाद की स्थिति बनी। अप्रैल 2017 में महाराष्ट्र विधान परिषद को जानकारी देते हुए ये कहा गया था की राज्य सरकार ने सनातन संस्था पर प्रतिबंध लगाने के लिए केंद्र को एक प्रस्ताव भी भेजा था। इस संस्थान से जुड़े लोगों की गिरफ़्तारी 2007 में घटित वाशी, ठाणे, पनवेल और 2009 में गोवा बम धमाके समय की गई थी। सनातन संस्था का नाम नरेंद्र दाभोलकर, एमएम कलबुर्गी, गोविंद पानसरे और गौरी लंकेश की हत्या से भी जुड़ा हैं। महाराष्ट्र पुलिस और सीबीआई जो इन केस का अनुसन्धान कर रही है, पूर्व में इसके संस्थापक जयंत बालाजी अठावले से पूछताछ की थी।
 

 

 

 

 

Created On :   10 Aug 2018 11:11 AM IST

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