बिहार विधानसभा चुनाव 2025: 'कांग्रेस नेता ने बिहार की तुलना 'बीड़ी' से की', महागठबंधन के मैनिफेस्टो का जिक्र कर विपक्ष पर गरजे PM मोदी

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के मद्देनजर सभी दल प्रचार कर रहे हैं। स्टार प्रचारक अपने दल के लिए वोट की मांग कर दूसरे दलों पर निशाना साध रहे हैं। इस बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बिहार पहुंचे। उन्होंने कटिहार में जनसाभा को संबोधित कर आरजेडी और कांग्रेस को आड़े हाथों लिया। तो चलिए जानते हैं पीएम ने क्या-क्या कहा?
'जनता महागठबंधन के वादों पर यकीन नहीं कर पा रही'
नरेंद्र मोदी ने कहा कि उनके (महागठबंधन) पोस्टरों से कांग्रेस लगभग गायब है। आरजेडी ने कांग्रेस को बंदूक दिखाकर मुख्यमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित करवा लिया और अब कांग्रेस को उसकी जगह दिखाई जा रही है। आप भी देख रहे होंगे कि कांग्रेस के लोग भी आरजेडी नेताओं के वादों और घोषणाओं पर यकीन नहीं कर रहे हैं। जब भी घोषणापत्र का जिक्र होता है, कांग्रेस वाले क्या करते हैं? कहते हैं, "घोषणापत्र के बारे में पूछना है तो जंगलराज के युवराज से पूछो, हमसे मत पूछो।" यही उनकी हालत है। कांग्रेस और आरजेडी के बीच लंबे समय से घमासान मचा हुआ है।
बिहार की तुलना 'बीड़ी' से की..
पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस नेताओं ने छठ पर्व को भी नाटक बताया ताकि बिहार की जनता राजद पर अपना गुस्सा उतारकर उन्हें हरा दे। विभिन्न राज्यों में कांग्रेस नेताओं से जानबूझकर बिहार के लोगों के बारे में अपमानजनक बातें कहलवाई जा रही हैं। केरल में एक कांग्रेस नेता ने तो बिहार की तुलना 'बीड़ी' से कर दी। यह भी बिहारियों को परेशान करने की कांग्रेस की रणनीति का हिस्सा है। कांग्रेस ने तमिलनाडु के डीएमके नेताओं, जो बिहारियों को गाली देते हैं, को बिहार चुनाव में प्रचार के लिए बुलाया ताकि राजद को आपके गुस्से का सामना करना पड़े।
पीएम ने जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि कांग्रेस जानती है कि अगर इस बार भी राजद हार गई तो उसका राजनीतिक करियर खत्म हो जाएगा और कांग्रेस राजद के वोट बैंक पर कब्जा कर लेगी। एक-दूसरे के वोट बैंक पर कब्जा करने की यह होड़ अब खुलकर सामने आ गई है। आप देखेंगे कि बिहार चुनाव में हार के बाद किस तरह राजद और कांग्रेस के बीच गाली-गलौज का दौर शुरू होगा।
'जहां सड़कें पहुंचीं वहां एक्सप्रेसवे की मांग'
पीएम मोदी ने कहा कि इन लोगों (महागठबंधन) ने दशकों तक बिहार को बदहाली में रखा क्योंकि विकास कभी उनके एजेंडे में ही नहीं था। नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए ने बिहार को सुशासन दिया। विकास लाया। जहां जंगलराज के दौरान निराशा और हताशा थी, वहां सुशासन नए सपने और नए संकल्प लेकर आया है। लोगों को हम पर अटूट विश्वास है कि एनडीए सरकार ही उनकी आकांक्षाओं को पूरा कर सकती है। इसीलिए, जहां रेल पहुंची है, वहां हाई-स्पीड वंदे भारत ट्रेनों की मां है।
उन्होंने आगे कहा कि जहां सड़कें पहुंची हैं, वहां एक्सप्रेसवे की मांग है। जहां छोटे अस्पताल खुले हैं, वहां सुपर-स्पेशलिटी अस्पतालों की मांग है। इसलिए, इन दिनों राजद भी विकास के झूठे दावे करने को मजबूर हो गया है। वरना, उनका इतिहास विकास विरोधी रहा है। जब लोग सड़क की मांग करते थे, तो राजद कहता था कि सड़क बनाने से दुर्घटनाएं होने का खतरा है। उस समय लोग बिजली की मांग करते थे, और राजद नेता कहते थे, अगर बिजली आ गई, तो वे करंट लगने से मर जाएंगे।
Created On :   3 Nov 2025 5:23 PM IST














