बिहार विधानसभा सीट 2025: लालगंज विधानसभा सीट में बहुकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद

डिजिटल डेस्क, पटना। 243 विधानसभा सीट वाले बिहार में लालगंज विधानसभा सीट वैशाली जिले में आती है। 1951 में स्थापित हुई लालगंज विधानसभा क्षेत्र के शुरुआती तीन चुनावों में लालगंज को दो भागों- लालगंज उत्तर और लालगंज दक्षिण में बांटा गया था. कांग्रेस ने लालगंज दक्षिण की तीनों सीटें जीतीं, जबकि 1962 में लालगंज उत्तर से एक निर्दलीय प्रत्याशी विजयी हुआ।
1967 परिसीमन के बाद बनी एकीकृत सीट से अब तक इस क्षेत्र में 14 विधानसभा चुनाव हो चुके हैं। जिनमें से कांग्रेस ने चार बार, जनता दल, जेडीयू और एलजेपी ने दो-दो बार, लोकतांत्रिक कांग्रेस, जनता पार्टी, एक निर्दलीय और बीजेपी ने एक-एक बार विजय प्राप्त की। 2020 में बीजेपी ने पहली बार यहां से चुनाव जीता। यहां बहुकोणीय मुकाबला होने की उम्मीद है।
लालगंज की राजनीति में बढ़ती जनसंख्या, शहरीकरण और व्यापारिक गतिविधियों में विस्तार ने इसे प्रगति के पथ पर अग्रसर है। लालगंज की अर्थव्यवस्था मुख्य रूप से कृषि, व्यापार और स्थानीय व्यवसायों पर निर्भर है। लालगंज बाहुबलियों और हिंसक राजनीति के चलते सुर्खियों में बना रहता है। तीन बार विधायक रह चुके विजय कुमार शुक्ला उर्फ़ मुन्ना शुक्ला प्रमुख चेहरों में से एक हैं। मुन्ना शुक्ला ने 2000 में निर्दलीय, फरवरी 2005 में एलजेपी और अक्टूबर 2005 में जेडीयू के टिकट पर जीत हासिल की। उनकी पत्नी अन्नू शुक्ला ने 2010 का चुनाव जेडीयू से जीतीं। लालगंज विधानसभा क्षेत्र में 21.23% एससी, 8.30% मुस्लिम मतदाता है। यह सीट मुख्यतः ग्रामीण है, जबकि 7.84 प्रतिशत मतदाता शहरी है।
कृषि आय का प्रमुख साधन है, बौद्ध तीर्थ स्थल के पर्यटन से स्थानीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलती है। सड़क,शिक्षा,स्वास्थ्य संबंधी बुनियादी सुविधाओं की स्थिति खराब है।
बिहार में दो चरणों में 6 नवंबर और 11 नवंबर को वोटिंग होगी, नतीजे 14 नवंबर को आएंगे। आज 17 नवंबर को पहले चरण के नामांकन की आखिरी तारीख है। दूसरे चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 20 अक्टूबर है।
Created On :   3 Nov 2025 3:10 PM IST












