'बीजेपी-कांग्रेस की बेईमान दुकानें बंद हो गईं, इसलिए बौखला गए'
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चारों तरफ से घिर चुकी दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी ने अब सामने आकर केंद्र के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। 20 विधायकों पर चुनाव आयोग के फैसले से नाखुश आप पार्टी प्रवक्ताओं ने आयोग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल उठाए हैं। मोदी सरकार पर वॉर करते हुए दिल्ली के डिप्टी सीएम मनीष सिसौदिया ने कहा कि हमारी सरकार में ईमानदारी से हो रहे काम से बीजेपी कांग्रेस की बेईमानी की दुकान बंद हो गई है। अब ये दोनों पार्टियां बौखला गई हैं।
आम आदमी पार्टी की बढ़ती मुसीबतों को लेकर अब दिल्ली के मुख्यमंत्री और पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने इस संबंध में नेताओं की बैठक बुलाई है। इस बीच मनीष सिसौदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि हमारे विधायकों पर फर्जी मामले दर्ज कराए गए। सीएम दफ़्तर में सीबीआई रेड कराई गई। 400 फ़ाइल की स्क्रूटनी कराई लेकिन इन्हें कुछ नहीं मिला। इन्हें परेशानी है कि सरकार चौथे गेयर में चली जाएगी।
दिल्ली के डिप्टी सीएम ने कहा कि शुक्रवार से लगातार मीडिया में खबर है कि 20 विधायक अयोग्य हैं। बिना सबूतों के चुनाव आयोग ने ऐसा सुझाव कैसे दिया। सिसौदिया ने कहा कि हमारे विधायकों के पास बहुत से तर्क और सबूत हैं, जो ऑफिस ऑफ प्रॉफिट को खारिज करते हैं। सिसौदिया ने कहा कि हम राष्ट्रपति से समय मांग रहे हैं, विधायक उनसे मिलेंगे और अपने सबूत देंगे। हमने आखिर किस चीज का लाभ लिया ? एक गाड़ी, बंगला या दफ़्तर नही लिया गया।
केजरीवाल की फजीहत, हाईकोर्ट ने भी जमकर लगाई फटकार
चुनाव आयोग पक्षपात कर रहा है
शनिवार को मनीष सिसौदिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरोप लगाया कि चुनाव आयोग ने पक्षपात किया है और हम इसके खिलाफ राष्ट्रपति के पास जा रहे हैं। सिसौदिया ने कहा कि बीजेपी के लोग AAP सरकार के कामकाज से परेशान हैं और वे हमारी रफ्तार को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने कहा, "हमें अपना पक्ष रखने का कोई मौका नहीं दिया गया। हम राष्ट्रपति से अपील करते हैं कि वह हमारी बात भी सुनें।"
डिप्टी सीएम ने अपनी बात रखते हुए कहा, "हमने राष्ट्रपति से थोड़ा समय मांगा है। हमारे विधायक राष्ट्रपति को बताएंगे कि MLAs से कोई सबूत नहीं मांगे गए थे। इस तरह की राय अगर दी गई है तो यह बिल्कुल असंवैधानिक है।"
बीजेपी का एजेंट बन गया है चुनाव आयोग
आम आदमी पार्टी ने दिल्ली और लखनऊ में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर चुनाव आयोग और बीजेपी पर वॉर किया है। लखनऊ में संजय सिंह ने कहा कि आयोग ने जो फैसला किया है वो गलत है। उन्होंने कहा कि चुनाव आयोग भारतीय जनता पार्टी के एजेंट के तौर पर काम कर रहा है। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार लोकतंत्र की हत्या करने में जुटी है और चुनाव आयोग ने कानून और नियमों को ताख पर रख फैसला दिया है।
गौरतलब है कि शुक्रवार को चुनाव आयोग ने दिल्ली की सत्ताधारी आम आदमी पार्टी के 20 विधायकों को अयोग्य करार दिया था। इसी मामले को लेकर आप पार्टी संयोजक और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। यहां से भी अरविंद केजरीवाल और उनकी पार्टी को फटकार लगाते हुए हाईकोर्ट ने कोई राहत नहीं दी थी। फिलहाल आयोग ने 20 विधायकों की सदस्यता का मामला राष्ट्रपति के पास भेजा है। अब सबकी निगाहें राष्ट्रपति की ओर हैं।
Created On :   20 Jan 2018 5:49 PM IST