- लॉकडाउन से अनलॉक तक, लोगों के जीवन स्तर में आई गिरावट: सर्वे
- दिल्लीः प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए देशभर में कोविड-19 वैक्सीनेशन अभियान का शुभारंभ किया।
- मैं TMC के साथ हूं। यही समय है, जिनको TMC से प्यार है, वो TMC के साथ रहेंगे: TMC नेता शताब्दी रॉय
- भारत में पिछले 24 घंटे में #COVID19 के 15,158 नए मामले सामने आए। 175 नई मौतों के बाद कुल मौतों की संख्या 1,52,093 हो गई है।
- इंडोनेशिया में कम से कम 42 लोगों की मौत, भूकंप ने घरों और इमारतों को किया क्षतिग्रस्त
Assam Floods: असम में बाढ़ से अब तक 112 लोगों की मौत, 30 जिलों के करीब 57 लाख लोग प्रभावित
हाईलाइट
- असम में बाढ़ का कहर जारी
- करीब 57 लाख लोग प्रभावित
- असम के 30 जिले बाढ़ की चपेट में
डिजिटल डेस्क, गुवाहाटी। असम अब भी बाढ़ से हाहाकार मचा हुआ है। लाखों लोग इसकी मार झेल रहे हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (State Disaster Management Authority) के मुताबिक, राज्य में बाढ़ के कारण अब तक 112 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 56 लाख 91 हजार 694 लोग प्रभावित हुए हैं। असम के 30 जिले बाढ़ की चपेट में हैं।
112 people dead and 56,91,694 affected due to floods across 30 districts of Assam: State Disaster Management Authority (SDMA) pic.twitter.com/reaHQ2akHe
— ANI (@ANI) August 18, 2020
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की रिपोर्ट के अनुसार, धेमाजी, बक्सा और मोरीगांव जिलों में बाढ़ के कारण 14 हजार से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं। राज्य के अधिकांश हिस्सों में हालात ठीक हुए हैं, लेकिन धेमाजी, बक्सा और मोरीगांव जिले में कोई सुधार नहीं हुआ है। इन जिलों में 7 हजार से ज्यादा हेक्टेयर फसल क्षेत्र प्रभावित हुआ है। धेमाजी में सबसे ज्यादा 12,908 लोग प्रभावित हुए हैं। इसके बाद बक्सा में 1,000 और मोरीगांव में 297 लोग आपदा से प्रभावित हैं।
एएसडीएमए ने बताया, इस साल राज्य में बाढ़ और भूस्खलन में जान गंवाने वालों की कुल संख्या 138 है। बाढ़ से जुड़ी घटनाओं में 112 लोगों की मौत हुई है, जबकि भूस्खलन में 26 लोग मारे गए हैं। वर्तमान में तीन सबसे ज्यादा बाढ़ प्रभावित जिलों में 28 गांव और 1,535 हेक्टेयर फसल क्षेत्र जलमग्न हैं। बाढ़ के कारण अभी तक करीब 120 जानवरों की भी मौत हुई है, जबकि 147 को काजीरंगा राष्ट्रीय पार्क से बचाया जा चुका है। फिलहाल प्रभावितों की सहायता के लिए राहत शिविर और वितरण केंद्र संचालित किए जा रहे हैं।
कमेंट करें
ये भी पढ़े
Real Estate: खरीदना चाहते हैं अपने सपनों का घर तो रखे इन बातों का ध्यान, भास्कर प्रॉपर्टी करेगा मदद

डिजिटल डेस्क, जबलपुर। किसी के लिए भी प्रॉपर्टी खरीदना जीवन के महत्वपूर्ण कामों में से एक होता है। आप सारी जमा पूंजी और कर्ज लेकर अपने सपनों के घर को खरीदते हैं। इसलिए यह जरूरी है कि इसमें इतनी ही सावधानी बरती जाय जिससे कि आपकी मेहनत की कमाई को कोई चट ना कर सके। प्रॉपर्टी की कोई भी डील करने से पहले पूरा रिसर्च वर्क होना चाहिए। हर कागजात को सावधानी से चेक करने के बाद ही डील पर आगे बढ़ना चाहिए। हालांकि कई बार हमें मालूम नहीं होता कि सही और सटीक जानकारी कहा से मिलेगी। इसमें bhaskarproperty.com आपकी मदद कर सकता है।
जानिए भास्कर प्रॉपर्टी के बारे में:
भास्कर प्रॉपर्टी ऑनलाइन रियल एस्टेट स्पेस में तेजी से आगे बढ़ने वाली कंपनी हैं, जो आपके सपनों के घर की तलाश को आसान बनाती है। एक बेहतर अनुभव देने और आपको फर्जी लिस्टिंग और अंतहीन साइट विजिट से मुक्त कराने के मकसद से ही इस प्लेटफॉर्म को डेवलप किया गया है। हमारी बेहतरीन टीम की रिसर्च और मेहनत से हमने कई सारे प्रॉपर्टी से जुड़े रिकॉर्ड को इकट्ठा किया है। आपकी सुविधाओं को ध्यान में रखकर बनाए गए इस प्लेटफॉर्म से आपके समय की भी बचत होगी। यहां आपको सभी रेंज की प्रॉपर्टी लिस्टिंग मिलेगी, खास तौर पर जबलपुर की प्रॉपर्टीज से जुड़ी लिस्टिंग्स। ऐसे में अगर आप जबलपुर में प्रॉपर्टी खरीदने का प्लान बना रहे हैं और सही और सटीक जानकारी चाहते हैं तो भास्कर प्रॉपर्टी की वेबसाइट पर विजिट कर सकते हैं।
ध्यान रखें की प्रॉपर्टी RERA अप्रूव्ड हो
कोई भी प्रॉपर्टी खरीदने से पहले इस बात का ध्यान रखे कि वो भारतीय रियल एस्टेट इंडस्ट्री के रेगुलेटर RERA से अप्रूव्ड हो। रियल एस्टेट रेगुलेशन एंड डेवेलपमेंट एक्ट, 2016 (RERA) को भारतीय संसद ने पास किया था। RERA का मकसद प्रॉपर्टी खरीदारों के हितों की रक्षा करना और रियल एस्टेट सेक्टर में निवेश को बढ़ावा देना है। राज्य सभा ने RERA को 10 मार्च और लोकसभा ने 15 मार्च, 2016 को किया था। 1 मई, 2016 को यह लागू हो गया। 92 में से 59 सेक्शंस 1 मई, 2016 और बाकी 1 मई, 2017 को अस्तित्व में आए। 6 महीने के भीतर केंद्र व राज्य सरकारों को अपने नियमों को केंद्रीय कानून के तहत नोटिफाई करना था।