हम खुद 'अपने' इतिहास को याद नहीं करते : राष्ट्रपति

Believe in Indigenous Sources Educationist: President Pranab Mukherjee
हम खुद 'अपने' इतिहास को याद नहीं करते : राष्ट्रपति
हम खुद 'अपने' इतिहास को याद नहीं करते : राष्ट्रपति

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने आज कहा कि हमारे देश के शिक्षाविदों को स्वदेशी स्रोतों से इतिहास को जिंदा रखना चाहिए। राष्ट्रपति पाइका विद्रोह के 200 साल पूरे होने पर आयोजित कार्यक्रमों के उद्घाटन समारोह को संबोधित कर रहे थे। राष्ट्रपति ने याद दिलाते हुए कहा ओडिशा में वर्ष 1817 में ब्रिटेन की ईस्ट इंडिया कंपनी के खिलाफ ये विद्रोह हुआ था। मुखर्जी ने कहा कि वो आंदोलन आम लोगों ने शुरू किया था, जिन्होंने ब्रिटिश शासन के उत्पीड़न के खिलाफ आवाज उठाई थी। लेकिन हम खुद अपने इतिहास को याद नहीं करते हैं।

राष्ट्रपति आगो कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण बात ये है कि हम राष्ट्रीय और क्षेत्रीय घटनाओं के बारे में उनकी यूरोपीय साम्राज्य के जरिए लिखा इतिहास को ध्यान से पढ़ते हैं और अपने लोक इतिहासकारों को पूरी तरह नजरंदाज कर देते हैं। उन्होंने शिक्षाविदों से स्वदेशी स्रोतों पर विश्वास करने को कहा।

यूरोपीय साम्राज्य के इतिहासकारों के जरिए लिखित इतिहास को लोक और प्रेरक इतिहासकारों की तुलना में अधिक विश्वसनीय समझा जाता है और शिक्षाविदों को स्वदेशी स्रोतों पर ध्यान देने की जरूरत है।

Created On :   21 July 2017 10:08 AM IST

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