डायना हेडन पर विवादित बयान पर बिप्लब देब ने मांगी माफी
डिजिटल डेस्क, अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने पूर्व मिस वर्ल्ड डायना हेडन को लेकर दिए अपने विवादित बयान पर माफी मांग ली है। बिप्लब देब ने कहा है कि वो किसी को दुख नहीं पहुंचाना चाहते थे। दुनिया की सभी महिलाएं मां की तरह हैं। अगर मेरी बात से डायना आहत हुई हैं, तो मैं हृदय से खेद प्रकट करता हूं। बिप्लब देब ने कहा, दरअसल वो त्रिपुरा में हैंडलूम की मार्केटिंग पर बोल रहे थे। उनका मकसद किसी को दुःख पहुंचाना नहीं था। अगर उनके बयान से किसी को बुरा लगा हो तो वो खेद प्रकट करते हैं।
बिप्लब की इस बात पर बरपा हंगामा
21 साल पहले 1997 में डायना हेडन को मिले मिस वर्ल्ड के खिताब पर सवाल उठाते हुए बिप्लब देब ने कहा था कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर होने वाले ब्यूटी कॉन्टेस्ट महज तमाशा होते हैं, क्योंकि उनके नतीजे पहले से तय होते हैं। उन्होंने कहा कि आयोजक लड़कियों को कपड़े पहनाकर रैंप पर चलाते हैं, अंतरराष्ट्रीय कपड़ा माफिया उन्हें सर्टिफिकेट देते हैं। वे पहले ही योजना बना लेते हैं कि खिताब किसे देना है। उन्होंने कहा कि लगातार पांच सालों तक हमने मिस वर्ल्ड-मिस यूनिवर्स के ताज जीते। डायना हेडन भी जीत गई। क्या आपको लगता है कि उन्हें ताज जीतना चाहिए था? इसके उलट उन्होंने ऐश्वर्या की तारीफ करते हुए कहा था कि वह सच में भारतीय सौंदर्य का प्रतिनिधित्व करती हैं।
डायना बोलीं मुझे मेरे सांवले रंग पर गर्व
बिप्लब देब के बयान पर प्रतिक्रिया करते हुए डायना हेडेन ने कहा कि इस मानसिकता से वह बचपन से ही संघर्ष करती आई हैं, जिसमें गोरेपन को तरजीह दी जाती है। यह विडंबनापूर्ण है कि मैंने गेंहुए रंग वाले भारतीय सौंदर्य को अंतर्राष्ट्रीय मंच पर स्थापित किया और इसके लिए मेरी आलोचना की जा रही है। यह साफ है कि उन्होंने हमारे रंग में अंतर होने की वजह से मेरी तुलना ऐश्वर्या से की। उन्होंने प्रियंका चोपड़ा या मौजूदा मिस वर्ल्ड मानुषी छिल्लर से तुलना नहीं की। उन्हें शर्म आनी चाहिए। हमारा खूबसूरत सांवला रंग हमारे लिए गर्व का विषय है।
समाज के सभी वर्गों ने की आलोचना
उनके इस बयान पर समाज के सभी वर्गों ने जम कर आलोचना की। सामाजिक कार्यकर्ता और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री माणिक सरकार की पत्नी पंचाली भट्टाचार्य ने कहा कि देब की टिप्पणी अप्रत्याशित और हैरत में डालने वाली है। उन्होंने कहा कि सौंदर्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने वाली प्रतिभागियों को अंतर्राष्ट्रीय उपलब्धि हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी पड़ती है। इसे इस तरह एकदम से खारिज नहीं किया जा सकता। हमें स्त्री सौंदर्य को बंधे-बधाए नजरिए से नहीं देखना चाहिए। फेमिना मिस इंडिया की प्रतिभागी रही ममता देबर्मा ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री जैसा एक जिम्मेदार व्यक्ति ऐसी टिप्पणी कर रहा है। कांग्रेस की राज्य इकाई की उपाध्यक्ष और सामाजिक कार्यकर्ता बसाना देवनाथ ने कहा डायना भारतीय सौंद्रय का प्रतीक हैं। उन पर सीएम बिल्पब देब की टिप्पणी अर्थहीन है। किसी राजनीतिक व्यक्ति के लिए ऐसी टिप्पणी शोभा नहीं देती। हमारे देश में हाल ही में हाल ही महिला उत्पीड़न की अनेक घटनाएं हुईं, लेकिन इस पर किसी राजनेता ने बयान नहीं दिया।
Created On :   28 April 2018 8:44 AM IST