CBSE ने मानी गलती, 10वीं के हर छात्र को अंग्रेजी में मिलेंगे 2 अंक एक्ट्रा
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीआई) अंग्रेजी के प्रश्न पत्र में टाइपिंग की गलती की वजह से हर छात्र को दो अतिरक्त अंक देगा। सीबीआई ने अपनी गलती मानते हुए यह फैसला लिया है। सीबीएसई के इस फैसले से छात्रों का राहत मिलने के आसार हैं। बता दें कि पेपर लीक का मामला सामने आने के बाद अब 10वीं के पेपर में एक प्रश्न में टाइपिंग की गलती का मामला सामने आया था। सीबीएसई ने अपनी गलती स्वीकार करते हुए अब सभी छात्रों को दो अंक अतिरिक्त रूप से देने का फैसला किया है।
सीबीएसई के साथ विवाद लगातार बना ही हुआ है। हालांकि इस फैसले से छात्रों को काफी राहत मिलने वाली है। कई शिक्षकों तथा छात्रों ने बोर्ड से कहा था कि 12 मार्च को हुई परीक्षा के प्रश्नपत्र में गलतियां थीं।केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, टाइपिंग की गलती संज्ञान में आई और बोर्ड की नीति है कि छात्रों को कोई नुकसान नहीं हो। 10वीं और 12वीं के एग्जाम पांच मार्च को शुरू हुए थे और 25 अप्रैल को खत्म होंगे। क्योंकि 12वीं इकनॉमिक्स का री-टेस्ट 25 अप्रैल को होगा।
अंक पत्र (मार्किंग स्कीम) को छात्रों के हित में बनाया गया है और जिन छात्रों ने उस सवाल का हल किया है उन्हें दो अंक दिए जाएंगे। शिक्षकों व विद्यार्थियों ने इसके लिए ऑनलाइन याचिका भी दायर की थी। बता दें कि विद्यार्थियों को पैसेज पढ़कर endurance, obstruction और motivation वर्ड्स के सिनोनेम्स लिखने थे। उन्हें जिस पैराग्राफ में ऐसा करने के लिए कहा गया था वो गलत था। इस मामले में सीबीएसई के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छात्रों के हित को ध्यान में रखते हुए उस प्रश्न का जवाब देने वाले सभी छात्रों को दो अंक देने का निर्णय लिया गया है।
इन परीक्षाओं में देशभर से 28 लाख, 24 हजार, 734 परीक्षार्थी शामिल हुए थे। सीबीएसई के मुताबिक इस साल दसवीं की परीक्षा में 16 लाख, 38 हजार, 428 और बारहवीं की परीक्षा में 11 लाख, 86 हजार, 306 परीक्षार्थी रजिस्टर हुए थे।
Created On :   20 April 2018 10:03 AM IST