चीन पावर का इस्तेमाल कर मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित होने से बचाएगा

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के रिश्ते कभी भी ठीक नहीं रहे हैं। खराब रिश्तों पर चीन ने हमेशा ही फायदे उठाते हुए पाकिस्तान का साथ दिया है और भारत के खिलाफ आग उगली है। चीन ने पाकिस्तान से दोस्ती निभाने के लिए कई बड़े देशों से तक पंगा ले रखा है और अपनी ताकत का इस्तेमाल करते हुए जैश-ए-मोहम्मद के सरगना मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करने की भारत की हर कोशिश को विफल करता रहा हैं। एक बार फिर चीन ने पाक के अजीज मसूद अजहर को बचाने के लिए तैयारी कर ली है।
वीटो पावर का इस्तेमाल कर बचाता रहा है चीन
अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस समेत कई देशों ने मसूद अजहर पर बैन की मांग की है और प्रस्ताव पेश किया है। चीन सयुंक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद का स्थाई सदस्य है और पिछले कुछ समय से अपनी वीटो पावर का इस्तेमाल कर उसे बचाता आ रहा है।
इस साल जनवरी में चीन ने प्रस्ताव के खिलाफ वीटो पेश किया था, बाद में इसकी समय सीमा को बढ़ा दी। अब 5 नवंबर को वीटो की समय सीमा खत्म हो रही है, लेकिन चीन अब एक नया पैंतरा अपना सकता है।
प्रस्ताव खारिज करने की तैयारी में है चीन
दरअसल नियमों के मुताबिक, इस मियाद को अब और आगे नहीं बढ़ाया जा सकता है और इस प्रस्ताव को या तो मंजूरी दी जा सकती है या खारिज किया जा सकता है। चीन पाक की खातिर इस प्रस्ताव को तरह से खारिज करने की तैयारी में है। प्रस्ताव खारिज होने के बाद मसूद अजहर को ग्लोबल आतंकी घोषित करवाने की भारत की कोशिशों पर पानी फिर सकता है।
गौरतलब है कि भारत ने लगातार अंतरराष्ट्रीय मंच और चीन के सामने इस बात को रखा है कि मसूद अजहर भारत में कई हमलों को करवाने में शामिल रहा है। इसमें पठानकोट एयरबेस पर हुआ हमला भी शामिल है, लेकिन चीन ने लगातार कहा है कि अजहर के खिलाफ सबूत नहीं हैं।
Created On :   30 Oct 2017 9:50 AM IST