चीन का वॉटर बम: असम-अरुणाचल प्रदेश के 10 गांव डूबे, अलर्ट पर एजेंसियां

चीन का वॉटर बम: असम-अरुणाचल प्रदेश के 10 गांव डूबे, अलर्ट पर एजेंसियां
हाईलाइट
  • अब तक असम के 10 गांव पानी में डूब गए हैं। खतरा बढ़ता देख सरकारी एजेंसियां अलर्ट हो गई है।
  • चीन में हुए भूस्खलन से भारत के असम और अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है।
  • सुरक्षा विशेषज्ञ चीन के इस कदम को वाटर बम रणनीति कहते है।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीन में हुए भूस्खलन से भारत के असम और अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ का खतरा बढ़ता जा रहा है। अब तक असम के 10 गांव पानी में डूब गए हैं। जिन्हें पहले ही खाली करा लिया गया था। खतरा बढ़ता देख सरकारी एजेंसियां अलर्ट हो गई है। दरअसल चीन की यारलुंग सांगपो (ब्रह्मपुत्र) नदी में हुए भूस्खलन से चीन ने नदी का पानी रोक दिया है। रोके गए पानी की वजह से असम-अरुणाचल प्रदेश के पास एक बड़ी कृत्रिम झील बन गई है। जिसकी वजह से असम और अरुणाचल प्रदेश के ज्यादातर गांव डूबने की कगार पर है। 

हालांकि सुरक्षा विशेषज्ञ चीन के इस कदम को वाटर बम रणनीति कहते है। उनका मानना है कि पिछले साल जब असम के काजीरंगा में बाढ़ आई थी तो भी चीन द्वारा अचानक भारतीय क्षेत्र में भारी मात्रा में पानी छोड़ा गया था। साल 2000 में भी ब्रह्मपुत्र नदी में चीन द्वारा बिना सूचना के पानी छोड़े जाने की वजह से अरुणाचल और पूर्वोत्तर राज्यों में काफी तबाही हुई थी। माना जा रहा है कि चीन ऐसा ही कुछ इस बार भी कर सकता है। इसलिए सरकारी एजेंसियां अलर्ट पर है। 

अरुणाचल प्रदेश में बाढ़ के हालात पर नजर रख रहे अधिकारियों का कहना है कि सियांग नदी में पानी खतरे के निशान को पार कर गया है। चीन की ओर से बताया गया है कि भूस्खलन के पीछे प्राकृतिक कारण हैं पर भारत सरकार तकनीक की मदद से चीन सरकार के इस दावे की हकीकत का पता लगा रही है। भारतीय एजेंसियों का शक है कि प्राकृतिक कारण का हवाला देकर चीन भारतीय भूभाग में तबाही की साजिश रच सकता है।

इस वजह से बढ़ा बाढ़ का खतरा 
16 अक्टूबर को तिब्बत में यारलुंग सांगपो (ब्रह्मपुत्र) नदी में एक बड़ा पहाड़ भूस्खलन होने से गिर गया था। जिससे नदी पर अस्थाई बांध बन गया। बांध से धीरे-धीरे पानी असम और अरुणाचल प्रदेश की ओर बढ़ रहा है। जिससे असम के 10 गांव पानी में डूब चुके है। अगर ये बांध टूट जाता है तो उसका पानी सीधे असम और अरुणाचल प्रदेश की तरफ तेजी से बढ़ेगा। जिससे आस-पास के सभी गांव पूरी तरह से जलमग्न हो जाएंगे। चीन ने भारत को बताया है कि नदी से प्रति सेकेंड 18 हजार क्यूबिक मीटर पानी छोड़ा जा रहा है। ब्रह्मपुत्र से सटे इलाके डूब रहे हैं।असम के धेमाजी, डिब्रूगढ़, लखीमपुर, तिनसुकिया और जोरहाट जिलों में हाई अलर्ट घोषित है। अगर बाढ़ का पानी धीरे-धीरे निकल गया तब तो ठीक है, लेकिन वहां फ्लैश फ्लड की स्थिति बनी तो निचले इलाकों में स्थिति खराब हो सकती है।

 

 

Created On :   22 Oct 2018 12:28 PM IST

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