सीएम ममता बनर्जी बोली-रामनवमी जुलूस हिंसा के दोषी बख्शे नहीं जाएंगे
डिजिटल डेस्क, रानीगंज। पश्चिम बंगाल के बर्धमान में रामनवमी के दिन पूजा के दौरान हिंसा की घटनाएं प्रकाश में आईं थी। जिसमें बर्धमान में बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा रामनवमी पूजा के लिए बनाए गए पंडाल पर कथित रूप से हमला हुआ है। इस हमले में 4 लोग घायल हो गए थे। पुलिस इस मामले की जांच भी कर ही रही थी कि रानीगंज में फिर से हंगामा हो गया। दो गुटों के बीच हुए विवाद के बाद पूरा इलाका एक तरह से युद्ध क्षेत्र में तब्दील हो गया।
इस दौरान फेंके गए एक बम के फटने से एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को अपना एक हाथ गंवाना पड़ा। घटना को लेकर बीजेपी पश्चिम बंगाल इकाई के अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा था कि हर साल की तरह इस बार भी रामनवमी को परंपरागत जोश और उत्साह के साथ मनाया जाएगा। दिलीप घोष ने टीएमसी पर हमला करते हुए कहा था कि रामनवमी का विरोध करने वाले लोग भी अब हिन्दुओं का समर्थन पाने के लिए इसे मनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि यह सब राजनीति के लिए किया जा रहा है। उन्होंने सवाल पूछा, “क्या राम के नये भक्त जय श्रीराम का नारा लगाएंगे।”
पुलिसकर्मियों सहित दोनों गुटों के 40 से भी अधिक व्यक्ति घायल हो गए। शिवमंदिर मोड़ पर एक दर्जन से अधिक दुकानों में तोड़फोड़ की गई थी। इसके साथ ही दो दर्जन दुकानों में आग भी लगा दी गई थी। उपद्रवियों ने घंटों तांडव किया था। इस स्थिति नियंत्रित करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा था।
सीएम ममता बनर्जी ने दिए जांच के आदेश
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पुलिस को निर्देश दिया कि वह उन लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करें जो कल राज्य में रामनवमी पर जुलूस के दौरान तलवार और अन्य हथियार लेकर चल रहे थे। उन्होंने किसी को भी नहीं बख्शने की बात कही। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य में हुई हिंसा पर कहा, "क्या भगवान राम ने किसी से हथियारों व तलवार के साथ रैली करने को कहा था? क्या हम राज्य प्रशासन और कानून-व्यवस्था को इन गुंडों के हाथों में छोड़ सकते हैं, कौन राम को बदनाम कर रहा है? मैं पुलिस महानिदेशक (डीजी) व सभी पुलिस अधीक्षकों को इस तरह की रैली आयोजित करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का निर्देश दे रही हूं। बाबुल सुप्रियो ने भी दंगों को लेकर एक ट्वीट किया है। जिसके बाद बवाल मच गया है।
The severely injured hand of Deputy Commisioner of Police Arindam Dutta Chowdhury. The police officers are caught between the crossfire of having to do their duty or refrain from doing it- a result of @MamataBanerjee Diktat with Appeasement of the Minority. pic.twitter.com/nmMKbuyVik
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) March 26, 2018
The Goons from Minority community came, slaughtered and was given a safe haven to escape.. The entire nation needs to know how dirty a politics of Appeasement Mamta Govt is playing in Bengal. @BJP4India @narendramodi @AmitShah @BJP4Bengal @KailashOnline @DilipGhoshBJP pic.twitter.com/feUTwQg4rG
— Babul Supriyo (@SuPriyoBabul) March 26, 2018
Created On :   27 March 2018 9:52 AM IST