कांग्रेस ने नकारा फारूक का प्रस्ताव, कहा- कश्मीर मुद्दे पर तीसरे पक्ष की जरूरत नहीं

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। फारूक अब्दुल्ला के कश्मीर मुद्दे के समाधान के लिए तीसरे पक्ष की मध्यस्थता के सुझाव को कांग्रेस पार्टी ने नकार दिया है। कांग्रेस पार्टी ने साफ कह दिया है कि कश्मीर मामले में तीसरे पक्ष को न लाकर इस मुद्दे पर केवल द्विपक्षीय तरीके से समाधान करने की जरूरत है।
कांग्रेस नेतृत्व ने जम्मू-कश्मीर के लिए नीति निर्माण समूह का गठन किया था। पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के नेतृत्व में शनिवार को समूह की एक बैठक आयोजित की गई। जिसमें राज्य की वर्तमान स्थिति पर चर्चा हुई। बैठक में कश्मीर में चल रही गतिविधियों पर गहरा आक्रोश प्रकट किया गया। समूह के सदस्यों में पूर्व केंद्रीय मंत्री पी. चिदंबरम, जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद, कर्ण सिंह और एआईसीसी की जम्मू कश्मीर प्रभारी महासचिव अंबिका सोनी शामिल रहीं। जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रमुख गुलाम अहमद मीर और राज्य विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता भी समूह के सदस्य हैं।
बैठक में समूह ने जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही हत्याओं के लिए केंद्र की मोदी सरकार और राज्य की गठबंधन सरकार को भी उत्तरदायी बताया है। कांग्रेस पार्टी ने इस स्थिति से प्रभावी तरीके से निपटने में असफल रहने के लिए दोनों सरकार पर प्रहार भी किए।
गौरतलब है कि शुक्रवार को फारुक अब्दुल्ला ने कहा था कि कश्मीर के मुद्दे पर भारत को अमेरिका और चीन की मदद स्वीकार कर लेनी चाहिए। उन्होंने कहा था कि हम लोग चीन और पाकिस्तान से युद्ध नहीं कर सकते हैं, क्योंकि हमारी तरह उनके पास भी एटम बम हैं, इसलिए इस मुद्दे को बातचीत से ही सुलझाना चाहिए। अब्दुल्ला ने कहा कि दोस्तों का इस्तेमाल बातचीत करने के लिए, मुद्दे को हल करने के लिए कीजिए।
Created On :   23 July 2017 1:22 AM IST