डोकलाम विवाद : चीन के युवाओं को नहीं रुचि, बडे़ नेता भी कर रहे परहेज

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। चीनी मीडिया भारत को कड़ा सबक सिखाने की राय चीन के आम आदमी की बता रहा है। वहीं चाइना की युवा पीढ़ी को इस मुद्दे पर कोई दिलचस्पी नही है। साइनो वेइबो नामक चीनी ट्वीटर पर चल रहे 50 ट्रेंडिंग टॉपिक में भारत-चीन बॉर्डर विवाद का चीनी युवा दूर-दूर तक कोई जिक्र नहीं कर रहे हैं जबकि साइनो वेइबो के चीन में 340 मिलियन यूजर्स हैं।
कहा जा रहा है कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी के बड़े नेता भी इस मुद्दे पर सरकार की इस मुहिम से परहेज करते दिख रहे हैं और किसी भी तरह की कोई टिप्पणी करने से खुद को दूर रखा हुआ है। चीन ने अपनी आधिकारिक सोशल मीडिया के जरिए देशवासियों में भारत के खिलाफ हिंसा पैदा करने का भरसक प्रयास किया लेकिन इसमें कामयाब नहीं हुआ। साइनो वेइबो पर रिसर्च करने वाले एक शोधकर्ता के मुताबिक, चीन में बॉर्डर विवाद पर शनिवार को तकरीबन 8 लाख लोगों ने ही फोलो किया।
बता दें कि चीन में वेइबो के यूजर्स में 70 प्रतिशत युवा पीढ़ी है जो 30 साल से नीचे की उम्र की है। वहीं सिक्किम बाॅर्डर से सटे उत्तराखंड के माणा बाॅर्डर पर लोगों को भारत की ताकत पर पूरा भरोसा है। यहां के लोगों का मानना है कि जब तक भारतीय सेना हमारे लिए खड़ी है किस बात का डर।
वहीं भारत-चीन सीमा की गतिरोध पर चिंता व्यक्त करते हुए, पेंटागन ने दोनों देशों को तनाव कम करने और किसी भी ज़ोरदार पहलु से मुक्त करने के लिए सीधे वार्ता में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित किया है। रक्षा विभाग के प्रवक्ता गैरी रॉस ने मीडिया को एक बयान में कहा, "हम भारत और चीन को तनाव को कम करने के उद्देश्य से प्रत्यक्ष संवाद में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
भारत ने सिक्किम के डोकलाम इलाके में सड़क बनाने और यथास्थिति को बदलने के लिए चीन के कदम के खिलाफ मजबूत रुख अपनाया है। जून 2016 के बाद से दोनों देशों के बीच एक महीने से असंतोष है। पेंटागन के शीर्ष कमांडर ने इस हफ्ते के शुरूआत में कहा था कि चीन अपने क्षेत्रीय राजनीतिक उद्देश्यों के लिए अपना आर्थिक लाभ उठाने का फायदा उठा रहा है। बता दें कि जम्मू-कश्मीर से अरुणाचल प्रदेश तक 3,488 किलोमीटर लंबी भारत-चीन सीमा में 220 किलोमीटर की दूरी पर सिक्किम सटा है।
Created On :   23 July 2017 8:13 AM IST