करोल बाग में दिल्ली सरकार बनाएगी 784 हाईराइज ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स
- करोल बाग में दिल्ली सरकार बनाएगी 784 हाईराइज ईडब्ल्यूएस फ्लैट्स
नई दिल्ली, 26 सितम्बर (आईएएनएस)। इंडिया गेट के पास प्रिंस पार्क क्षेत्र के प्रभावित लोगों को स्व-स्थानी (इन-सीटू) आवास उपलब्ध कराने का फैसला लिया गया है। यह फैसला मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अध्यक्षता में हुई दिल्ली शहरी आश्रय सुधार बोर्ड (डूसिब) की बैठक में लिया गया। ये लोग रक्षा मंत्रालय द्वारा राष्ट्रीय युद्ध संग्रहालय के निर्माण के कारण प्रभावित हुए हैं।
डूसिब द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, उस क्षेत्र में 203 परिवार रह रहे हैं। जब तक करोलबाग के पास देव नगर में इनके लिए 18 महीने में मकान बनाए जाएंगे, तब तक के लिए दिल्ली स्लम एंड जेजे पुनर्वास एवं पुनर्वास नीति 2015 (अब मुख्यमंत्री आवास योजना) के तहत उनकी पात्रता निर्धारित कर उन्हें द्वारका में आवास आवंटित किए जाएंगे।
दिल्ली सरकार ने करोल बाग के पास देव नगर में 784 घर बनाने का फैसला किया है। इन लोगों को इन-सीटू आवास की सुविधा देने के लिए 102 करोड़ रुपए का प्रावधान किया गया है। जिन घरों का निर्माण किया जा रहा है, उनमें दो कमरे, एक रसोईघर, स्नानघर और सभी बुनियादी सुविधाएं जैसे पार्किं ग की जगह, पार्क, सामुदायिक हॉल आदि होंगे। यह बिल्डिंग बहुमंजिला (स्टिल्ट प्लस 14 मंजिला) होंगी, जिसमें लिफ्ट और फायर स्टेयरकेसेज होंगे। यह प्रोजेक्ट 18 महीने में पूरा हो जाएगा।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने जानकारी देते हुए कहा, यहां ईडब्ल्यूएस फ्लैटों की संख्या 784 है।
आवासीय इकाई का कारपेट एरिया 26.47 वर्गमीटर है। बालकनी सहित आवास इकाई का सुपर एरिया 42.91 वर्गमीटर है। प्रत्येक मंजिल पर आवास इकाई की संख्या 56 है। भूखंड का कुल क्षेत्र 9345 वर्गमीटर है।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने कहा, इस बीच, प्रिंस पार्क क्षेत्र के निवासियों को पहले से ही सेक्टर 16-बी, द्वारका में डूसिब द्वारा निर्मित घरों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। उनके पास देव नगर, करोल बाग में नवनिर्मित आवास परिसर में स्थानांतरित करने का विकल्प होगा। देव नगर भूखंड पर 150 झुग्गी-झोपड़ियों में रहने वालों को भी 784 मकानों के निर्माण की सुविधा के लिए द्वारका शिफ्ट किया जाएगा। प्रिंस पार्क और देव नगर के निवासियों के लिए आवास आवंटित करने के बाद, शेष घरों का उपयोग आसपास के झुग्गियों के स्व-स्थानी पुनर्वास के लिए किया जाएगा।
जीसीबी/एएनएम
Created On :   26 Sept 2020 7:30 PM IST