दिल्ली : IM का वॉन्टेड टेररिस्ट जुनैद गिरफ्तार, 10 साल से था फरार
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बुधवार को एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। पुलिस ने इंडियन मुजाहिद्दीन के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी को गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आतंकी का नाम आरिज उर्फ जुनैद बताया जा रहा है और इसकी तलाश काफी समय से पुलिस को थी। बताया जाता है कि आतंकी जुनैद 2008 में हुए बटला हाउस एनकाउंटर में शामिल था और 10 साल से वो फरार चल रहा था। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, पुलिस ने जुनैद के साथ ही भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री भी बरामद की है। बता दें कि आतंकी जुनैद पर 15 लाख का इनाम भी था।
कई बम ब्लास्ट का आरोपी है जुनैद
जुनैद पर दिल्ली, यूपी, अहमदाबाद समेत 4 जगहों पर हुए बम ब्लास्ट में शामिल होने का आरोप है। इंडियन मुजाहीद्दीन का आतंकी जुनैद उत्तर प्रदेश के आजमगढ़ का रहने वाला है। बताया जाता है कि बटला हाउस एनकाउंटर के बाद से ही जुनैद फरार चल रहा था।
दिल्ली में बम प्लांट किए थे जुनैद ने
इंडियन मुजाहीद्दीन के आतंकी जुनैद पर आरोप है कि उसी ने ग्रेटर कैलाश के एम ब्लॉक मार्केट में मौजूद प्रिंस पान कॉर्नर और लिवाइस के शोरूम के बाहर बम प्लांट किए थे। 13 सितंबर 2008 को हुए इन दोनों ही बम ब्लास्ट से करीब 10 दुकानों को नुकसान पहुंचा था। जुनैद को आतंकी यासीन भटकल का साथी भी माना जाता है। जुनैद अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर ही था। दिल्ली पुलिस के मुताबिक, आतंकी जुनैद पर 15 लाख का इनाम रखा गया था।
क्या है बटला हाउस एनकाउंटर केस?
दरअसल, 13 सितंबर 2008 को दिल्ली के करोल बाग, कनाट प्लेस, इंडिया गेट और ग्रेटर कैलाश में सीरियल ब्लास्ट हुए थे। इन ब्लास्ट में 26 लोग मारे गए थे, जबकि 133 लोग घायल हो गए थे। दिल्ली पुलिस ने जांच में पाया था कि इन बम ब्लास्ट में आतंकी संगठन इंडियन मुजाहिद्दीन का हाथ है। हमले के 6 दिन बाद यानी 19 सितंबर 2008 को दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को इंफॉर्मेशन मिली की इंडियन मुजाहिद्दीन के 5 आतंकी आतिफ अमीन, साजिद, आरिज उर्फ जुनैद, शहजाद पप्पू और सैफ बटला हाउस के एल-18 मकान में छुपे हुए हैं। इसके बाद स्पेशल सेल के इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा की लीडरशिप में स्पेशल टीम ने जामिया नगर इलाके के बटला हाउस के एल-18 मकान में छापा मारा। इसके बाद पुलिस और आतंकियों के बीच फायरिंग शुरू हो गई। पुलिस ने दावा किया कि इस एनकाउंटर में 2 आतंकी मारे गए, दो गिरफ्तार किए गए जबकि एक आतंकी फरार हो गया। इस एनकाउंटर में मोहन चंद्र शर्मा घायल हो गए थे, जिनकी इलाज के दौरान मौत हो गई थी। बता दें कि इस एनकाउंटर में आतंकी आतिफ अमीन और साजिद की मौत हो गई थी, जबकि सैफ नाम के आतंकी को गिरफ्तार कर लिया गया था। वहीं आरिज उर्फ जुनैद और शहजाद यहां से भागने में कामयाब रहे थे।
शहजाद पकड़ाया, जुनैद फिर भी फरार
बटला हाउस एनकाउंटर के करीब डेढ़ साल बाद 6 फरवरी 2010 को पुलिस ने इंस्पेक्टर मोहन चंद्र शर्मा की मौत के आरोप में शहजाद को गिरफ्तार किया। कोर्ट ने शहजाद को दोषी माना और 30 जुलाई 2013 को उसे उम्रकैद की सजा सुनाई। इस एनकाउंटर में शामिल सभी चारों आतंकी या तो पुलिस गिरफ्त में थे या मारे गए थे, लेकिन आरिज उर्फ जुनैद अब भी फरार ही था। आखिरकार दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने 10 साल से फरार चल रहे जुनैद को गिरफ्तार कर लिया।
हाल ही में पकड़ाया है IM का एक आतंकी
बता दें कि हाल ही में दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने दिल्ली से इंडियन मुजाहिद्दीन के मोस्ट वॉन्टेड आतंकी अब्दुल सुभान कुरैशी उर्फ तौकीर को गिरफ्तार किया था। अब्दुल सुभान कुरैशी की गिनती इंडियन मुजाहिद्दीन के फाउंडर मेंबर्स में होती है और 2008 में हुए गुजरात ब्लास्ट में भी इसका हाथ बताया जाता है। पेशे से इंजीनियर इस आतंकी को भारत का ओसामा बिन लादेन भी कहा जाता है। आतंकी कुरैशी को बम बनाने में माहिर माना जाता है। सिक्योरिटी एजेंसियों को 11 जुलाई 2006 में मुंबई में हुए ट्रेन ब्लास्ट के बाद से अब्दुल सुभान कुरैशी की तलाश थी। इसके अलावा इस आतंकी का दिल्ली, बैंगलुरु और अहमदाबाद में हुए बम ब्लास्ट में भी हाथ माना जाता है। बताया जाता है कि आतंकी कुरैशी इंडियन मुजाहिद्दीन के सारे ऑनलाइन काम किया करता था।
Created On :   14 Feb 2018 2:13 PM IST