दिल्ली: 10 दिनों तक बंधक बनाकर लड़की से किया रेप, लोहे के तार से की पिटाई
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। कठुआ, सूरत, उन्नाव के बाद अब दिल्ली के अमन विहार इलाके से भी एक शर्मसार कर देने वाली घटना प्रकाश में आई है। जहां 11वीं की एक छात्रा से रेप का सनसनीखेज मामला सामने आया है। इस घटना में आरोपी ने छात्रा को अपने घर में 10 दिन तक बंधक बनाकर रखा हुआ था। आरोपी युवक ने पीड़िता शोर न कर पाए इसलिए उसके मुंह में कपड़ा ठूस कर रखा था। आरोपी रोज उससे रेप करता और फिर लोहे के तार से उसकी पिटाई करता था।
आरोपी कुलदीप फरार
बता दें कि किसी तरह पीड़ित छात्रा 9 अप्रैल को आरोपी के चंगुल से भागने में कामयाब हो पाई, जिसके बाद घर पहुंच उसने अपनी आपबीती मां को बताई। जिसके बाद परिजनों के साथ पीड़ित शिकायत लेकर अमन विहार थाने पहुंचे और आरोपी कुलदीप पर मामला दर्ज करवाया। पुलिस ने पॉक्सो, रेप और बंधक बनाने की धाराओं में मामला दर्ज कर छानबीन शुरू कर दी है। फिलहाल आरोपी कुलदीप फरार है। पुलिस के अनुसार आरोपी और पीड़िता के बीच दोस्ती थी। करीब एक साल पहले वह सुल्तानपुरी के पी ब्लॉक में किराए पर रहती थी। उस दौरान उसकी मुलाकात कुलदीप से हुई थी। कुलदीप 30 मार्च की सुबह पीड़िता को जबरन अपने साथ घर ले गया।
आरोप झुठलाने की कोशिश
आरोपी कुलदीप ने छात्रा को वहां बंधक बनाकर रेप किया। इसके बाद जान से मारने की धमकी दी। इतना ही नहीं हाथ पैर भी बांध दिए। आरोपी करीब 10 दिनों तक ऐसा ही करता रहा। इस मामले में आरोपी कुलदीप की बहन का कहना है कि जो लड़की कुलदीप पर आरोप लगा रही है, उसका पूरा परिवार हमें बहुत पहले से जानता है। दोनों का अफेयर चल रहा था। जो कुछ हुआ है दोनों की मर्जी से हुआ है। आरोपी कुलदीप की बहन का यह भी कहना है कि लड़की झूठे आरोप लगा रही है। कुलदीप उसे घर में बंधक कैसे बना सकता है क्योंकि यहां तो पूरा परिवार रहता है और हमारा पूरा मकान ही 30 गज में बना है तो वो उसे कहां और कैसे छिपा सकता है।
पीड़िता ने बताई आप बीती
वहीं पीड़िता का कहना है कि 30 मार्च को मैं घर का सामान खरीदने दुकान पर गई थी। मेरा पीछा करते हुए कुलदीप भी वहां पहुंच गया। उसने पिस्तौल दिखाई और जबरन अपने साथ ले गया। पूरे दिन उसने मुझे पिस्तौल दिखाकर घुमाया और देर रात अपने घर ले गया। जहां मेरे हाथ पैर बांधकर मुझे बंधक बनाकर रखा गया। कुलदीप चाहे जब रेप करता था। मैं विरोध करती थी तो बेल्ट और लोहे के तार से पीटता था। उसने मेरे हाथ-पैर बांधने के साथ ही मुंह में कपड़ा ठूंसकर रखा था। मैं चिल्लाती तो वह तेज आवाज में गाने चला देता था। जिस दिन में भागी उस दिन उसने मेरे हाथ नहीं बांधे थे, जिसके चलते मैं पैर और गेट खोल सकी।
Created On :   15 April 2018 9:31 AM IST