केशव प्रसाद मौर्य बोले- जो अखिलेश अपने पिता के नहीं हुए बुआ के क्या होंगे

Deputy CM Keshav Prasad Maurya said Akhilesh yadav no body close
केशव प्रसाद मौर्य बोले- जो अखिलेश अपने पिता के नहीं हुए बुआ के क्या होंगे
केशव प्रसाद मौर्य बोले- जो अखिलेश अपने पिता के नहीं हुए बुआ के क्या होंगे

डिजिटल डेस्क, लखनऊ। उत्तर प्रदेश में सपा-बसपा गठबंधन के बाद बीजेपी में खबलबली मच गई है। बुआ-भतीजा के मेल मिलाप पर यूपी में उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बसपा अध्यक्ष मायावती से कहा है कि उन्हें सोचना चाहिए कि अखिलेश यादव जब पिता और चाचा के नहीं हुए तो क्या वे बुआ का साथ देंगे। केशव प्रसाद मौर्य ने पत्रकारों से कहा कि मायावती ने राज्यसभा चुनाव को लेकर बीजेपी पर बिना बुनियाद के आरोप लगाए हैं। वहीं बसपा की हार के मद्देनजर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने भी राज्यसभा में अपने एक उम्मीदवार की जीत का जश्न रद्द कर दिया। 


मायावती रहें सावधान

मायावती ने कहा कि गोरखपुर और फूलपुर लोकसभा उपचुनाव में हार से तिलमिलाई भाजपा ने तोड़-फोड़ और डराने-धमकाने की राजनीति अपनाई। सीएम योगी आदित्यनाथ और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने हार का बदला लेने के लिए सरकारी मशीनरी का दुरुपयोग किया। हालांकि मायावती ने यह भी कहा है कि बसपा और सपा का गठबंधन अब और मजबूत होने वाला है। बीजेपी को कड़ी टक्कर देनी है। इस पर केशव प्रसाद मौर्य का कहना है कि अखिलेश से मायावती को सावधान रहना चाहिए। उन्होंने दावा किया कि मुख्यमंत्री रहते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने डॉ. भीमराव अम्बेडकर को भू-माफिया तक कह डाला था। बसपा संस्थापक कांशीराम के नाम से सहारनपुर में बने कालेज का नाम बदल दिया था।

 

मायावती की बची राजनीतिक जमीन भी जाएगी

 

मौर्य ने कहा कि बसपा अध्यक्ष को सोचना चाहिए कि अखिलेश यादव जब अपने पिता और चाचा के नहीं हुए तो बुआ के क्या होंगे। पिता से पार्टी छीन ली और चाचा शिवपाल से उनका मंत्रीपद छीन लिया। पार्टी में अपनी मनमर्जी से लोगों को टिकट दिया। वह मायावती की पार्टी से गठबंधन के बाद क्या साथ निभाएगा। मायावती यदि नहीं चेतीं तो उनकी बची खुची राजनीतिक जमीन भी चली जाएगी। उन्होंने कहा कि मायावती कहती हैं कि गेस्ट हाउस कांड के समय अखिलेश यादव राजनीति में नहीं थे, लेकिन उन्हें यह कहने से पहले गेस्ट हाउस कांड में शामिल रहे लोगों के बारे में अपने विचार बताने चाहिए। 

 

उन्होंने कहा कि बसपा की पराजय से मायावती बौखलाहट में है इसलिए भाजपा पर राज्यसभा चुनाव में खरीद फरोख्त का आरोप लगा रही हैं। सच्चाई तो यह है कि भाजपा गठबंधन के विधायकों को तोड़ने की कोशिश की गई। वहीं मायावती ने आरोप लगाया कि योगी सरकार उनकी हत्या करवाना चाहती है। आंदोलन खत्म करने के लिए यह साजिश रची जा रही है। 

Created On :   25 March 2018 9:05 AM IST

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