आरोप : 15 अगस्त के दिन छीनी गई त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार की स्वतंत्रता !

डिजिटल डेस्क,अगरतला। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने दूरदर्शन और आकाशवाणी पर आरोप लगाया है कि 15 अगस्त के मौके पर उनके भाषण को प्रसारित करने से रोक दिया और कहा कि जब तक वो भाषण में बदलाव नहीं कर देते, उसे प्रसारित नहीं किया जाएगा। माणिक सरकार ने इसे "अलोकतांत्रिक, निरंकुश और असहिष्णु कदम" करार दिया है।
भाषण बदलो वरना प्रसारित नहीं होगा
त्रिपुरा सरकार की ओर से जारी बयान में आरोप लगाया गया है कि दूरदर्शन और आकाशवाणी ने 12 अगस्त को भाषण रिकॉर्ड कर लिया और मुख्यमंत्री कार्यालय को एक पत्र के जरिए सूचित किया गया कि उनके भाषण को जब तक नया रूप नहीं दिया जाता तब तक इसे प्रसारित नहीं किया जाएगा।
"सरकार" ने कहा भाषण में एक शब्द भी नहीं बदलेगा
दूरदर्शन और आकाशवाणी की तरफ से जारी पत्र के खिलाफ मुख्यमंत्री माणिक सरकार ने स्पष्ट कर दिया कि वह अपने भाषण में एक शब्द भी नहीं बदलेंगे और इस कदम को उन्होंने "अलोकतांत्रिक, निरंकुश और असहिष्णु" करार दिया। सरकार का भाषण स्वतंत्रता दिवस पर दूरदर्शन और आकाशवाणी पर प्रसारित होना था।
वहीं इस घटना का विरोध्द करते हुए सीपीएम महासचिव सीताराम येचुरी ने कहा कि दूरदर्शन आरएसएस या बीजेपी की निजी संपत्ति नहीं है और आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने लोगों को निर्देश दे रहे हैं कि विपक्ष की आवाज को दबा दिया जाए, जिसमें कि एक माणिक सरकार शामिल हैं।
सीपीएम के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर लिखा गया, "दूरदर्शन ने त्रिपुरा के मुख्यमंत्री माणिक सरकार का भाषण प्रसारित करने से इनकार किया। क्या प्रधानमंत्री मोदी इसी सहयोगात्मक संघवाद की बात करते हैं? शर्म की बात है।" माना जा रहा है कि पार्टी का परोक्ष इशारा प्रधानमंत्री के स्वतंत्रता दिवस संबोधन की ओर था।
Created On :   16 Aug 2017 9:55 AM IST