आज फाइनल होंगे 3 राज्यों के मंत्री, विधायकों ने दिल्ली में डाला डेरा
- कम मंत्री रखन चाहते हैं कमलनाथ
- छग में कम जगह
- दो दिनों तक चली बैठक में नहीं हुआ निर्णय
- मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक करेंगे राहुल गांधी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान कैबिनेट गठन पर आज (शनिवार को) फैसला हो सकता है। तीनों राज्य के मुख्यमंत्री कमलनाथ, भूपेश बघेल और अशोक गहलोत गुरुवार रात से ही दिल्ली में हैं। इससे पहले कयास लगाए जा रहे थे कि शुक्रवार को मंत्रिमंडल के नाम तय कर लिए जाएंगे, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी हिमाचल प्रदेश से दोपहर बाद वापस आए, इसलिए मुख्यमंत्रियों के साथ होने वाली बैठक भी नहीं हो सकी। राहुल गांधी शनिवार को मुख्यमंत्रियों की बैठक लेंगे, जिसमें तीनों राज्यों में मंत्रिमंडल के नाम तय किए जाएंगे।
मध्यप्रदेश: मालवा-निमाड़ और ग्वालियर-चंबल को वरीयता
मप्र के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटनी और सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ शुक्रवार को दिल्ली में बैठक की। बैठक देर रात तक चली, जिसमें उन नामों पर चर्चा की गई, जिन्हें मंत्रिमंडल में जगह मिलनी है। कमलनाथ ने ऐसे संकेत दिए हैं कि उन्हें मंत्रिमंडल के गठन की कोई जल्दी नहीं है। माना जा रहा है कि 24 दिसंबर को मंत्रीमंडल गठित कर नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जा सकती है। मंत्रिमंडल में 15 से 20 विधायकों को ही जगह मिलने की बात सामने आ रही है। कांग्रेस ने सबसे ज्यादा 36 सीटें मालवा और निमाड़ से जीती हैं, इसलिए मंत्रिमंडल में इस क्षेत्र को तवज्जो दी जाएगी। इसके बाद 26 सीटें ग्वालियर-चंबल क्षेत्र से जीतने के कारण सिंधिया खेमे के विधायकों को भी तरजीह दी जाएगी।
छत्तीसगढ़ : 10 विधायक ही बन सकेंगे मंत्री
शुक्रवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिय और मोतीलाल वोरा से मुलाकात की। सीएम बघेल के साथ विधायक अमरजीत सिंह, सत्यनारायण शर्मा, जयसिंह अग्रवाल और सलाहकार विनोद वर्मा, रुचिर गर्ग और राजेश तिवारी भी मौजूद थे। गुरुवार को छत्तीसगढ़ से निकलने से पहले भूपेश बघेल ने कहा था कि वो मंत्रियों की लिस्ट लेकर ही वापस आएंगे। बता दें कि छत्तीसगढ़ में कांग्रेस के 68 विधायकों में से 13 को ही मंत्री बनाया जा सकता है, जिसमें एक सीएम भूपेश बघेल हैं, जबकि टीएस सिंहदेव और ताम्रध्वज साहू को मंत्री पद की शपथ दिलाई जा चुकी है। अब भूपेश 10 लोगों को ही मंत्री पद की शपथ दिला सकते हैं।
राजस्थान: प्रदेश प्रभारी के साथ बैठक बेअसर
शनिवार को राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ बैठक करेंगे। इससे पहले बघेल और पायलट के साथ राजस्थान के प्रदेश प्रभारी अविनाश पांडे भी अलग-अलग बैठक कर चुके हैं। मंत्री बनने के लिए दिल्ली में राजस्थान के 15 से 20 विधायक मौजूद हैं।
Created On :   22 Dec 2018 12:11 PM IST