हाथरस के पीड़ित परिवार को मिली 10 लाख रु की आर्थिक मदद

Financial assistance of 10 lakh rupees to the victim family of Hathras
हाथरस के पीड़ित परिवार को मिली 10 लाख रु की आर्थिक मदद
हाथरस के पीड़ित परिवार को मिली 10 लाख रु की आर्थिक मदद
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हाथरस, 29 सितंबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश सरकार ने हाथरस दुष्कर्म पीड़िता के परिवारवालों को 10 लाख रुपए की मदद की घोषणा की है। सामूहिक दुष्कर्म की शिकार चंदपा क्षेत्र की 22 वर्षीय युवती ने दिल्ली के सफ दरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान मंगलवार को दम तोड़ दिया।

हाथरस के जिलाधिकारी के साथ ही एसपी विक्रांत वीर ने बताया कि युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म तथा अमानवीय कृत्य करने से चारों आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। इनके खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म के साथ ही एससी-एसटी एक्ट के तहत केस भी दर्ज किया गया है। जिला प्रशासन की तरफ से पीड़ित परिवार को दस लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी गई है। डीएम प्रवीन कुमार लक्षकार के साथ एसपी विक्रांत वीर सिंह ने कहा कि पीड़िता की जीभ कटी होने की खबरें सच नहीं हैं।

ज्ञात हो कि युवती के साथ 14 सितंबर को सामूहिक दुष्कर्म की शर्मनाक वारदात को अंजाम दिया गया था। इसके बाद आरोपियों ने उसपर जानलेवा हमला भी किया था। सोमवार को हालत बेहद गंभीर होने पर उसे अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कॉलेज से दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल रेफर किया गया था, जहां इलाज के दौरान उसने अंतिम सांसे ली हैं।

युवती की मौत के बाद उसके गांव और गांव जाने वाले रास्ते पर भारी पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। मृतका के शव का दिल्ली में पोस्टमार्टम कराया जा रहा है। वहां से शाम तक शव के यहां आने की उम्मीद है। चंदपा थाना क्षेत्र के एक गांव में हुई इस घटना के बारे में पीड़िता ने मजिस्ट्रेट को दिए अपने बयान में कहा था कि चार युवकों ने उनके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया और विरोध करने पर उसका गला घोंटने की कोशिश की थी।

पीड़िता ने चारों आरोपियों की पहचान संदीप, रामू, लवकुश और रवि के रूप में की थी। पुलिस अधीक्षक ने बताया था कि संदीप को घटना के दिन ही गिरफ्तार कर लिया गया था। बाद में रामू और लवकुश को भी गिरफ्तार किया गया और शनिवार को चौथे आरोपी रवि को भी गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया।

चारों आरोपियों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म और हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया गया है। अधिकारियों ने कहा कि मुकदमा त्वरित अदालत में चलाया जाएगा। पीड़िता को घटना के दूसरे दिन अलीगढ़ के जेएन मेडिकल कलेज में भर्ती कराया गया था। वहां वह वेंटिलेटर पर थी और शुरुआत से ही उसकी हालत चिंताजनक थी। इस पर दो दिनों के मंथन के बाद सोमवार को ही उसे दिल्ली के सफ दरजंग अस्पताल रेफ र किया गया था, जहां मंगलवार को उसकी मौत हो गई। मृत्यु के धारा 302 (हत्या) भी लगा दी गई है।

विकेटी-एसकेपी

Created On :   29 Sept 2020 4:31 PM IST

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