दिल्ली के धौला कुआं के पास स्कूल बस में लगी आग, बाल-बाल बचे 30 स्टूडेंट्स

डिजिटल डेस्क,नई दिल्ली। नई दिल्ली के धौला कुआं इलाके में एक स्कूल बस में आग लग गई। बस में 30 बच्चे सवार थे और सभी को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बस केंद्रीय विद्यालय की थी। घटना की सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने इलाके के आसपास ट्रैफिक रोक दिया और आग को बुझाने के लिए फायर ब्रिगेड की 3 गाड़ियां बुलाई गई। जानकारी के मुताबिक इस बस में सीएनजी किट लगी थी। आशंका जताई जा रही है कि सीएनजी की वजह से ही इसमें आग लगई हो।
हालांकि फायर अमले ने कहा कि आग लगने का सही कारण जांच के बाद ही पता लग सकेगा। पुलिस मामले की जांच में जुट गई है।
सीएनजी को लेकर मालिक कर रहे नियमों का उल्लंघन
राजधानी में सीएनजी किट लगी एक लाख से ज्यादा प्राइवेट गाड़ियों के ओनर नियमों का उल्लंघन कर रहे हैं। ये वो लोग हैं, जिन्होंने अपनी गाड़ियों में सीएनजी किट तो लगवा रखा है, लेकिन इससे जुड़े नियमों को लेकर गंभीर नहीं है। यही वजह है कि दिल्ली की ट्राफिक पुलिस गाड़ियों के ओनर्स के खिलाफ एक्शन लेने के लिए बाकायदा चेकिंग अभियान चला रही है।
इस वक्त करीब सवा 3 लाख प्राइवेट कारें सीएनजी से चल रही हैं, लेकिन ट्रांसपोर्ट विभाग के रिकॉर्ड में तकरीबन सवा 2 लाख प्राइवेट गाड़ियां ही दर्ज हैं। यानी दिल्ली में करीब एक लाख प्राइवेट गाड़ियां ऐसी हैं, जिनके ओनर्स ने या तो अपनी गाड़ी की आरसी में सीएनजी के इस्तेमाल संबंधी एनडोर्समेंट नहीं करवाया है या फिर गाड़ी में अवैध सीएनजी किट लगवा रखा है। हाइड्रो टेस्ट के मामले में भी अनियमितता बरती जा रही है, जबकि नियमों के मुताबिक हर 5 साल में सीएनजी सिलेंडर का हाइड्रो टेस्ट अनिवार्य है। इस तरह की लापरवाही हादसों का सबब बनती है और मंगलवार को हुए स्कूल बस में आगजनी के मामले सामने आते हैं।
नेशनल क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आंकड़ों के मुताबिक साल 2015 में स्कूल बसों की दुर्घटना में 422 लोगों की मौत हुई और 1622 घायल हुए। स्कूल बस सुरक्षा, सड़क सुरक्षा, वाहन सुरक्षा और अन्य ट्रैफिक नियमों को लेकर सुप्रीम कोर्ट में याचिकाएं दायर की गई हैं, जिन पर अभी फैसला आना बाकी है।
Created On :   31 Oct 2017 1:25 PM IST