पूर्व सांसद अन्नू टंडन सपा में शामिल, अखिलेश बोले भाजपा-बसपा से अकेले कर रहे मुकाबला
- पूर्व सांसद अन्नू टंडन सपा में शामिल
- अखिलेश बोले भाजपा-बसपा से अकेले कर रहे मुकाबला
लखनऊ , 2 नवम्बर (आईएएनएस)। उन्नाव से कांग्रेस की सांसद रहीं अन्नू टंडन ने सोमवार को समाजवादी पार्टी की सदस्यता ग्रहण कर ली। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस दौरान कहा कि सपा इस समय अकेले ही भाजपा के साथ बसपा का भी मुकाबला कर रही है। ये दोनों आपस में मिले हैं। उन्होंने कहा कि आज ही बसपा की मुखिया ने इस बारे में सफाई दी है।
अखिलेश यादव ने कहा कि, पूर्व कांग्रेस सांसद अनु टंडन के सपा में शामिल होने पर मैं उन्हें बहुत-बहुत धन्यवाद देता हूं और अभिनंदन करता हूं। इनके साथ बड़ी संख्या में आए साथी सहयोगियों का भी मैं स्वागत करता हूं। समाजवादी पार्टी का प्रदेश में कोई विकल्प नहीं है। पार्टी भाजपा के साथ बसपा का भी मुकाबला कर रही है। यह दोनों आपस में मिले हैं।
अखिलेश यादव ने कहा कि बसपा का मुकाबला समाजवादी पार्टी से है और भाजपा का मुकाबला भी समाजवादी पार्टी से ही है। इससे तो साफ ही पता चल जाता है कि कौन-कौन आपस में मिले हैं और कौन सत्ताधारी दल के साथ मुकाबला कर रहा है।
अखिलेश यादव ने कहा कि प्रदेश की भाजपा सरकार गरीबों, दलितों और पिछड़ों का जितना नुकसान कर रही है उतना कभी किसी ने नहीं किया। जनता भाजपा से नाराज है और आने वाले उपचुनाव में जनता का गुस्सा नजर आएगा और पता चल जाएगा कि जनता क्या चाहती है।
यादव ने कहा कि हमारी किसी से भी दुश्मनी नहीं है। 2019 के लोकसभा चुनाव में हमने भाजपा को रोकने के लिए गठबंधन किया था। हमने यहां पर उन्हें कमजोर किया। अब बसपा ये कह रही है कि हमने उन्हें धोखा दिया।
सपा मुखिया ने कहा कि यूपी में 2022 में चुनाव होने हैं लेकिन बसपा व भाजपा, समाजवादी पार्टी को विधान परिषद चुनाव हराना चाहती हैं इसका क्या कारण है, मुझे पता नहीं। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश की कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो चुकी है। जनता भाजपा से परेशान हो चुकी है। मुझे खुशी है कि अन्य दलों से नए साथी आ रहे हैं और सपा को मजबूत कर रहे हैं। अखिलेश यादव ने कांग्रेस में कारपोरेट कल्चर को लाने वाली अन्नू टंडन को जमीनी नेता बताया। अन्नू टंडन के साथ उन्नाव के उनके समर्थक भी समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए।
जब अन्नू टंडन से कांग्रेस के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि अब वह समाजवादी पार्टी में हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी के बारे में उन्होंने कहा कि उनके साथ काम करने का अधिक मौका नहीं मिला। वह तो पार्टी में दो वर्ष पहले ही आई हैं, इसलिए उनके बारे में अधिक नहीं बता सकती हूं।
उन्होंने कहा कि मेरे सपा में शामिल होने का कारण अखिलेश यादव खुद हैं। उन्होंने अपनी सरकार में जितना काम किया उससे ज्यादा करना संभव नहीं था। अखिलेश फिर से मुख्यमंत्री बनें यही मेरा मकसद है।
कांग्रेस छोड़ने के बारे में उन्होंने कहा कि मैंने करीब 15 वर्ष कांग्रेस में गुजारे हैं और मुझे राहुल गांधी व सोनिया गांधी से भरपूर स्नेह मिला है, लेकिन मैं 2019 के बाद से निराश थी जिसके बाद मैंने तय किया कि अब जनता के लिए काम करना है तो कांग्रेस छोड़ना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यूपी में कांग्रेस का संगठन अभी इतना मजबूत नहीं है कि भाजपा का सामना कर सके।
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Created On :   2 Nov 2020 4:31 PM IST