कमल के चक्कर में चार बच्चों की मौत, कुछ इस तरह हुआ दर्दनाक हादसा
डिजिटल डेस्क, सीधी। चुरहट थाना क्षेत्र के रामनगर गांव में चार बच्चे नहाने के लिए तालाब में उतरे थे, मगर डूबने से उनकी मौत हो गई। बच्चे तालाब में खिले कमल के फूल को तोड़ने के लिए गहरे पानी में चले गए थे। वहां कमल की लताओं में इस तरह उलझ गए कि फिर बाहर नहीं निकल पाए। एक अन्य घटना में भैंस को तालाब से निकालने के लिए तालाब में घुसे सिहावल ब्लाक के शक्तिहवा गांव निवासी एक बुजुर्ग की तालाब में डूब कर मौत हो गई।
पुलिस ने बताया कि नगर परिषद चुरहट के वार्ड क्र.9 के अंतरगत आने वाले ग्राम रामनगर निवासी हिमांशु पटेल (10 वर्ष), दीपांशु पटेल (12 वर्ष), आयुष पटेल (13 वर्ष) व शीला पटेल (10 वर्ष) बुधवार को नहाने के लिए तालाब में उतरे थे। उन्होंने तालाब में कमल के फूल खिले देखे तो उन्हें तोड़ने के लिए गहरे पानी में उतर गए। जहां वे कमल की लताओं में बुरी तरह से उलझ गए और डूब गए। उनके साथ एक और बच्ची थी, जो नहाने के लिए तालाब में नहीं उतरी थी। जब वे काफी देर तक वापस नहीं लौटे तो उसने घर जाकर इसकी खबर अपने परिजनों को दी।
परिजनों और गांव वालों के तालाब में बच्चों की खोज की तो चारो बच्चों के शव कमल की लताओं में उलझे हुए बरामद किए गए। अस्पताल में पीएम के बाद मृतक चारों बच्चों के शव को उनके परिजनों द्वारा उसी तालाब में दफना दिया, जिसमें डूब कर उनकी मौत हुई थी। एक अन्य घटना में सिहावल ब्लाक के शक्तिहवा गांव निवासी जगदेव पटेल (75 वर्षीय) की तालाब में घुसी भैंस को निकालने के चक्कर में तालाब में डूब कर मौत हो गई।
बुझे दो परिवारों के चिराग
तालाब में डूबे बच्चों में हिमांशु पटेल एवं दीपांशु पटेल अपने पिता के दो ही पुत्र थे। आयुष पटेल भी अपने परिवार का इकलौता पुत्र था। घटना के बाद दोनों परिवार गहरे शोक मे डूब डूब गए। मृतक आयुष पटेल दो दिन पूर्व अपनी मां के साथ भोपाल से ननिहाल रामनगर आया था। जहां से आज गुरवार को पचोखर गांव जाना था, लेकिन इसके पहले ही यह हादासा हो गया।
Created On :   26 April 2018 12:17 PM IST