राजस्थान में गहलोत सरकार ने जीता विश्वास मत (लीड-1)
जयपुर, 14 अगस्त (आईएएनएस)। राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार ने विधानसभा में विश्वास मत जीत लिया है। इसके साथ ही सदन की कार्यवाही 21 अगस्त तक स्थगित कर दी गई है।
इस दौरान मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने भाजपा पर जमकर निशाना साधा और कहा कि ऐसे समय में जब पूरी दुनिया कोरोनावायरस से लड़ रही है, यह पार्टी सरकार गिराने में लगी रही।
राजस्थान विधानसभा का विशेष सत्र दो घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया था। जब सदन की कार्यवाही दोपहर एक बजे शुरू हुई तो राजस्थान के संसदीय कार्य मंत्री शांति धारीवाल ने विश्वास प्रस्ताव पारित किया, जिस पर जमकर बहस हुई।
विश्वास प्रस्ताव पर विधानसभा में बहस के बाद और दोनों पक्षों की ओर से बात रखे जाने के बाद गहलोत सरकार ने ध्वनिमत से विश्वास मत हासिल कर लिया। राज्य विधानसभा को अब 21 अगस्त तक के लिए स्थगित कर दिया गया है। गहलोत सरकार अब कम से कम छह महीने के लिए सुरक्षित है, क्योंकि विपक्ष अगले छह महीनों के भीतर अविश्वास प्रस्ताव नहीं ला सकता है।
बता दें कि गुरुवार को भाजपा के नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा था कि उनकी पार्टी विशेष विधानसभा सत्र में राज्य सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाएगी। हालांकि, जैसे ही कांग्रेस ने शुक्रवार को विश्वास प्रस्ताव पारित किया तो भगवा पार्टी ने इस विचार को छोड़ दिया है।
गहलोत सरकार के खिलाफ बागी तेवर दिखाने वाले कांग्रेस नेता सचिन पायलट के बीच समझौता होने के कुछ दिनों बाद ही विधानसभा का सत्र आया, जो कांग्रेस के लिए राज्य में एक महीने से अधिक की अनिश्चितता के बीच एक सुखद अंत की तरह रहा।
विधानसभा में सीट बदलने के मुद्दे पर सचिन पायलट ने कहा, पहले मैं सरकार का हिस्सा था, लेकिन अब मैं सरकार में नहीं हूं। यह महत्वपूर्ण नहीं है कि कोई कहां बैठता है, लेकिन लोगों के दिल और दिमाग में क्या है। जहां तक बैठने के पैटर्न पर विचार किया जाता है, यह स्पीकर और पार्टी की ओर से तय किया जाता है और मैं इस पर कोई टिप्पणी नहीं करना चाहता।
सचिन पायलट ने कहा, समय के साथ सभी बातों का खुलासा होगा, जो कुछ कहना था सुनना था, हमें जिस डॉक्टर के पास अपने मर्ज को बताना था बता दिया। सदन में आज आएं हैं तो कहने-सुनने की बातों को छोड़ना होगा।
वहीं मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि उनकी सरकार ने राजस्थान को गोवा या मध्यपदेश नहीं बनने दिया।
गहलोत ने कहा कि पूरी पार्टी संगठित है और एकजुट है।
बता दें कि सचिन पायलट के व्रिदोह के बाद गहलोत सरकार पर संकट के बादल छा गए थे, लेकिन अब सरकार खतरे से बाहर है।
एकेके/एसजीके
Created On :   14 Aug 2020 6:30 PM IST