अब गोवा के आर्कबिशप बोले- खतरे में है संविधान, डर में जी रहे हैं अल्पसंख्यक

Goa Archbishop writes in pastoral letter- Constitution is in danger
अब गोवा के आर्कबिशप बोले- खतरे में है संविधान, डर में जी रहे हैं अल्पसंख्यक
अब गोवा के आर्कबिशप बोले- खतरे में है संविधान, डर में जी रहे हैं अल्पसंख्यक
हाईलाइट
  • अपने एनुअल पेस्टोरल लेटर में फेराओ ने गोवा और दमन के सभी पादरियों से कहा है कि वर्तमान स्थितियों में देश का संविधान खतरे में हैं और अधिकतर लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं।
  • उन्होंने लेटर में लोगों से संविधान के बारे में जानने और धर्म निरपेक्षता
  • अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसी इसकी मूल भावनाओं की रक्षा करने का आह्वान किया है।
  • दिल्ली के आर्कबिशप अनिल काउटो के बाद अब गोवा के आर्कबिशप नेरी फेरा

डिजिटल डेस्क, पणजी। दिल्ली के आर्कबिशप अनिल काउटो के बाद अब गोवा के आर्कबिशप नेरी फेराओ ने देश का संविधान खतरे में बताया है। अपने एनुअल पेस्टोरल लेटर में फेराओ ने गोवा और दमन के सभी पादरियों से कहा है कि वर्तमान स्थितियों में देश का संविधान खतरे में हैं और अधिकतर लोग असुरक्षित महसूस कर रहे हैं। उन्होंने लेटर में लोगों से संविधान के बारे में जानने और धर्म निरपेक्षता, अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता जैसी इसकी मूल भावनाओं की रक्षा करने का आह्वान किया है।

पेस्टोरल लेटर में आर्कबिशप ने लिखा है, "हाल के समय में अपने देश में एक मोनो कल्चरिज्म का नया ट्रेंड शुरू हुआ है, जिसमें यह तय किया जा रहा है कि लोगों को क्या खाना है, कैसे रहना है, क्या पहनना है, किसकी पूजा करनी है। ये सब बातें मानवाधिकारों को खतरे में डाल रही हैं।"

 


10 पेज का यह लेटर रविवार को तिलामोला के "चर्च ऑफ अवर लेडी मदर ऑफ द पूअर" में जारी किया गया था। सोमवार को इसे गोवा और दमन के सभी पादरियों के बीच यह बांटा गया। इसमें फराओ लिखते हैं, "मानवाधिकारों पर हमले हो रहे हैं और लोकतंत्र पर संकट गहराया हुआ है। कानून के प्रति लोगों का सम्मान घटने से देश में अल्पसंख्यक समुदाय असुरक्षित महसूस कर रहा है।"

आर्कबिशप फराओ ने लेटर में आगामी लोकसभा चुनाव का भी जिक्र किया है। उन्होंने लिखा है, "आम चुनाव ज्यादा दूर नहीं है। चुनावों में प्रत्याशी झूठे वादे कर लोगों का वोट लेने की कोशिश करते हैं और लोग भी इनकी बातों में आकर अपना अमूल्य वोट इन मतलबी नेताओं को दे देते हैं। लोगों को अब जागरूक होने की जरूरत है।"
 



आर्कबिशप ने लेटर में कैथोलिक इसाइयों और चर्च समुदाय से राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाने व सामाजिक आंदोलन में भाग लेने का भी आह्वान किया है। आर्कबिशप ने कहा है कि ऐसी भागीदारी हमारे समुदाय के निर्माण के लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होगी।

दिल्ली के आर्कबिशप ने कहा था- अगले आम चुनाव के लिए प्रार्थना करो 

दिल्ली के आर्कबिशप ने पिछले महीने इसी तरह का एक लेटर लिख कर देश में पनप रहे असुरक्षा के माहौल पर चिंता जाहिर की थी। उन्होंने पत्र जारी कर ईसाई समुदाय से जुड़े लोगों को देश में धर्मनिरपेक्षता और लोकतंत्र की रक्षा के उद्देश्य से 2019 के आम चुनाव के लिए हर शुक्रवार व्रत करने की अपील की थी। आर्कबिशप की इस अपील पर बीजेपी की ओर से नाराजगी भी जताई गई थी।
 

Created On :   5 Jun 2018 9:08 AM IST

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