जबलपुर में पहली बार बना 'ग्रीन कॉरिडोर'

डिजिटल डेस्क,जबलपुर। शहर में पहली बार ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। ग्रीन कॉरिडोर रसल चौक से पास स्थित अस्पताल से डुमना एयरपोर्ट तक बनाया गया। 16 किलोमीटर इस लंबे कॉरिडोर के जरिए ब्रेन डेड हो चुके केदार प्रसाद द्विवेदी की कीडनी और लीवर को एयरपोर्ट तक लाया गया।
दरअसल एक सड़क हादसे के बाद केदार प्रसाद का ब्रेन डेड घोषित कर दिया गया। इसके बाद परिवार के लोगों ने केदार के अंगों को दान करने का फैसला लिया। दान करने वाले अंगों में दोनों किडनी और लीवर शामिल थे। जिन्हें जबलपुर से भोपाल भेजा गया।
16 किमी का ग्रीन कॉरिडोर
जबलपुर में पहली बार ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया, जो करीब 16 किमी का था एंबुलेंस ने ये फासला 18 मिनट में पूरा किया। यातायात पुलिस ने कॉरिडोर बनाने के लिए पुलिस ने भी पूरी तैयारी कर रखी थी। अस्पताल से डुमना एयरपोर्ट तक जाने के लिए पुल नंबर-2, कैरव्ज, सर्किट हाउस नंबर-1, माता मरियम चौक, सेंटथॉमस स्कूल, रिज रोड से रादुविवि तिराहा, नेहरा कंपनी, सुअरकोल, डुमना नेचर पार्क वाले मार्ग को चुना गया। अस्पताल से ऑर्गंस लेकर एंबुलेंस रात 12.08 बजे निकली और 12.26 बजे एयरपोर्ट पहुंची। 12.38 बजे एयर एंबुलेंस भोपाल के लिए टेकऑफ कर गई।
अलर्ट रही पुलिस टीम
जैसे ही वायरलैस पर सूचना मिली कि एंबुलेंस अस्पताल से निकल चुकी है, वैसे ही प्वॉइंट पर खड़ी यातायात पुलिस अलर्ट हो गई। डीएसपी सुदेश सिंह के नेतृत्व में टीम काम कर रही थी। डीएसपी ने बताया कि कॉरिडोर रात में तैयार किया गया था इसलिए ट्रैफिक का लोड नहीं था, लेकिन उनकी टीम दिन के समय भी कॉरिडोर तैयार कर सकती है। इसके अलावा शहर के भीतर भी किसी तरह की दुर्घटना होने पर यदि मरीज के परिजन यातायात पुलिस को सूचित कर दें तो वे तुरंत ही इस तरह का कॉरिडोर तैयार कर मरीज को समय से इलाज उपलब्ध करने तत्पर रहेंगे।
Created On :   25 July 2017 9:10 AM IST