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- Gurdwara attacker from Kerala, left for Afghanistan in 2018
दैनिक भास्कर हिंदी: kabul Gurdwara Attack: केरल का मोहम्मद मोहसीन हमले में शामिल, 2018 में छोड़ा था भारत

हाईलाइट
- काबुल में गुरुद्वारे पर आत्मघाती हमले का केरल कनेक्शन
- हमलावार की पहचान मोहम्मद मोहसिन के रूप में हुई
- केरल का रहने वाला था मोहसिन
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। काबुल में गुरुद्वारे पर आत्मघाती हमला करने वाले तीन इस्लामिक स्टेट (IS) के आतंकवादियों में से एक का करेल कनेक्शन सामने आया है। केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने हमलावार की पहचान मोहम्मद मोहसिन के रूप में की है जो उसके परिवार की ओर से दी गई जानकारी पर आधारित है। मोहम्मद मोहसिन का परिवार कन्नूर में रहता है। बता दें कि काबुल हमले में 25 लोगों की जान चली गई थी।
मैगजीन में छपी हमलावर की तस्वीर
इस्लामिक स्टेट की एक मैगजीन, अल नाबा ने शुक्रवार को आत्मघाती हमलावरों की तस्वीर प्रकाशित की। जब इस तस्वीर को मोहसिन के माता-पिता ने देखा तो वो उनके बेटे को पहचान गए। मुहसिन की मां ने यह भी दावा किया है कि उन्हें कल मोहसिन के आईएस सहयोगी से टेलीग्राम पर एक संदेश मिला था कि उनके बेटे ने काबुल हमले में शहादत प्राप्त की है। हालांकि, जब केंद्रीय एजेंसियों के अधिकारियों ने उन्हें संदेश दिखाने के लिए कहा तो मोहसिन की मां ने बताया कि उन्होंने इस संदेश को डर के चलते हटा दिया है।
काबुल हमला कश्मीर का बदला
एक दिन पहले, आईएस से जुड़े अमाक समाचार एजेंसी ने एक बयान जारी किया था जिसमें दावा किया गया था कि यह हमला कश्मीर का बदला है। केंद्रीय एजेंसी के सूत्रों ने कहा कि केरल से आईएस में शामिल होने वाले दो मोहम्मद मोहसिन हैं। जुलाई 2019 में अमेरिका की एयर स्ट्राइक में मोहसिन मारा गया था। वह मुहसिन मालाप्पुरम के एक इंजीनियरिंग ग्रेजुएट था जो 2017 में आईएस में शामिल हुआ था।
दुबई के जरिए पहुंचा अफगानिस्तान
खुफिया सूत्रों ने कहा, काबुल गुरुद्वारे पर हमला करने वाला मोहसिन, कासरगोड जिले के त्रिक्कारिपुर का हैं, और 2018 में खुरासान प्रांत में आईएस में शामिल होने के लिए अफगानिस्तान चला गया। केंद्रीय खुफिया एजेंसी के अधिकारी ने कहा कि वह 2018 में दुबई के लिए रवाना हुआ था और वहां से अफगानिस्तान पहुंच गया। उसका परिवार कन्नूर में रहता है।
क्या NIA को सौंपा जाएगा मामला?
गृह मंत्रालय के सूत्रों ने कहा कि इस मामले को नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) को सौंपना है या नहीं अभी इसका फैसला नहीं लिया गया है। एनआईए के संशोधित अधिनियम के अनुसार, अगर कोई भी पीड़ित भारतीय है, तो केंद्रीय एजेंसी विदेशों में एक आतंकवादी हमले की जांच कर सकती है।
भोपाल: स्कोप कॉलेज में विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग ने अपने छात्र -छात्राओं के भविष्य को संवारने के लिये भारत के आटोमोबाइल क्षेत्र में अग्रणी कम्पनी हीरो मोटोकार्प के साथ एक करार किया जिसमें ऑटोमोबाइल क्षेत्र में स्किल डेवलपमेंट के लिये एक विश्वस्तरीय प्रशिक्षण वर्कशाप की स्थापना संस्था के प्रांगण में की गई है। ये अपने आप में एक अद्वतीय पहल है तथा सभी अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें सभी नवीनतम कम्प्यूटराइज्ड मशीन के द्वारा टू-व्हीलर ऑटोमोबाइल कार्यशाला प्रशिक्षण दिया जायेगा। इस वर्कशाप में उद्घाटन के अवसर पर कम्पनी के जनरल मैनेजर सर्विसेज श्री राकेश नागपाल, श्री मनीष मिश्रा जोनल सर्विस हेड - सेंट्रल जोन, श्री देवकुमार दास गुप्ता - डी जी एम सर्विस, एरिया मैनेजर श्री राम सभी उपस्थिति थे। साथ ही संस्था के वरिष्ठ अधिकारी डॉ. अजय भूषण, डॉ. देवेंद्र सिंह, डॉ. मोनिका सिंह, अभिषेक गुप्ता आदि उपस्थित थे। संस्था के सभी शिक्षकगण तथा छात्र-छात्रायें उपस्थित थे।
कार्यक्रम की शुरूआत सरस्वती वंदना से की गई , डॉ. मोनिका सिंह ने अतिथियों का संक्षिप्त परिचय दिया। डॉ. अजय भूषण ने सभी का स्वागत किया और बताया कि आने वाला समय कौशल विकास आधारित शिक्षा का है। कर्यक्रम में आईसेक्ट ग्रुप के कौशल विकास के नेशनल हेड अभिषेक गुप्ता ने ग्रुप के बारे मे विस्तार से बताया कि किस तरह हमेशा से आईसेक्ट ग्रुप ने कौशल विकास को हमेशा प्राथमिकता से लिया है। कार्यक्रम में एएसडीसी के सीईओ श्री अरिंदम लहिरी ऑनलाइन आकर सभी को बधाई दी तथा छात्र - छात्राओं को उनके उज्जवल भविष्य के लिये शुभाषीस भी दी।
कार्यक्रम में डॉ. देवेंद्र सिंह ने बताया कि कौशल विकास आधारित शिक्षा सनातन काल से भारतवर्ष में चली आ रही है मध्यकालीन समय में कौशल विकास पर ध्यान नही दिया गया परंतु आज के तेजी से बदलते हुए परिवेश में विश्व भर में इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही है। इसी आवश्यकता को देखते हुये स्कोप कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग में कुछ ही समय में विभिन्न क्षेत्रों के सात सेंटर ऑफ एक्सीलेंस की स्थापना की गई है जो की विभिन्न क्षेत्रों मे छात्र- छात्राओं के कौशाल विकास मे महत्वपूर्ण भूमिका निभायेंगे।
भोपाल: सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों की बुलेट यात्रा का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय में हुआ आगमन
डिजिटल डेस्क, भोपाल। इंडिया गेट से जगदलपुर के लिए 1848 किमी की लंबी बुलेट यात्रा पर निकलीं सीआरपीएफ की 93 महिला पुलिसकर्मियों का रबीन्द्रनाथ टैगोर विश्वविद्यालय की राष्ट्रीय सेवा योजना इकाई ने विश्वविद्यालय परिसर में आगमन पर भव्य स्वागत किया। लगभग 300 स्वयंसेवकों तथा स्टाफ सदस्यों ने गुलाब की पंखुड़ियों से पुष्प वर्षा करते हुए स्वागत किया। वहीं उनके स्वागत में एन एस एस की करतल ध्वनि से पूरा विश्वविद्यालय परिसर गुंजायमान हो उठा। इस ऐतिहासिक बाइक रैली में शामिल सभी सैन्यकर्मियों का स्वागत विश्वविद्यालय के डीन ऑफ एकेडमिक डॉ संजीव गुप्ता, डिप्टी रजिस्ट्रार श्री ऋत्विक चौबे, कार्यक्रम अधिकारी श्री गब्बर सिंह व डॉ रेखा गुप्ता तथा एएनओ श्री मनोज ने विश्वविद्यालय की तरफ से उपहार व स्मृतिचिन्ह भेंट कर किया। कार्यक्रम की भूरि-भूरि प्रशंसा करते हुए डिप्टी कमांडेंट श्री रवीन्द्र धारीवाल व यात्रा प्रभारी श्री उमाकांत ने विश्वविद्यालय परिवार का आभार किया। इस अवसर पर लगभग 200 छात्र छात्राएं, स्वयंसेवक व एनसीसी कैडेट्स समस्त स्टाफ के साथ स्वागत में रहे मौजूद।
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