- Dainik Bhaskar Hindi
- National
- Haryana Assembly Election: Such is the journey of JJP Jannayak Dushyant Chautala
दैनिक भास्कर हिंदी: हरियाणा विधानसभा चुनाव: ऐसा है JJP के 'जननायक' दुष्यंत चौटाला का सफर

हाईलाइट
- विधानसभा चुनाव में बीजेपी और कांग्रेस के बराबर रही जेजेपी
- दिसंबर 2018 में दुष्यंत कुमार चौटाला ने बनाई थी जेजेपी
- पूर्व उप-प्रधानमंत्री देवीलाल चौटाला के पड़पोते हैं दुष्यंत
डिजिटल डेस्क, चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा चुनाव के परिणाम में बीजेपी और कांग्रेस के बाद बराबरी पर रहने वाली पार्टी जेजेपी (जननायक जनता पार्टी) रही। जिससे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने गठबंधन कर लिया है। चाबी निशान वाली जेजेपी के अध्यक्ष और संस्थापक हैं दुष्यंत चौटाला। जिन्होंने करीब 10 महीने पहले जननायक जनता पार्टी के नाम से अपनी नई पार्टी बनाई थी। आइए एक नजर में जानते हैं जेजेपी जननायक का सफर...
राजनीतिक और पारिवारिक बैकग्राउंड
पिछले साल दिसंबर में बनी जेजेपी की पार्टी को भले की कम समय हुआ हो, लेकिन आज हरियाणा विधानसभा चुनाव में यह तीसरी प्रमुख पार्टी बनकर उभर रही है। इस पार्टी के जननायक दुष्यंत चौटाला हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री ओम प्रकाश चौटाला के पोते और देवीलाल चौटाला के पड़पोते हैं। बता दें कि देवीलाल हरियाणा के पहले नेता हैं जो देश के उप-प्रधानमंत्री बने थे।
दुष्यंत के पिता अजय सिंह चौटाला इंडियन नेशनल लोकदल के वरिष्ठ नेता हैं। वो सांसद भी रह चुके हैं। वहीं दुष्यंत की मां नैना सिंह चौटाला एक अच्छी नेता और निशानेबाज भी रही हैं। वे शूटिंग में इंटर यूनिवर्सिटी में टीम का प्रतिनिधित्व कर चुकी हैं। दुष्यंत की पत्नी मेघना अहलावत आईजी परमजीत सिंह अहलावत की बेटी हैं, जो MBA पास आउट हैं। जबकि उनके भाई दिग्विजय भी राजनीति में करियर बना चुके हैं।
जब हाथ में आई INLD की कमान
दुष्यंत का जन्म 3 अप्रैल 1988 को अजय चौटाला और नैना चौटाला के घर हुआ। उनका पारिवारिक बैकग्राउंड राजनीतिक है, लेकिन वर्ष 2013 में चौटाला परिवार में फूट की शुरुआत हुई। इसके बाद इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) की कमान अभय चौटाला के हाथ में आ गई।
दुष्यंत बने सबसे युवा सांसद
वर्ष 2014 के चुनाव में अजय चौटाला के बड़े बेटे दुष्यंत चौटाला राजनीति में आए। 2014 के लोकसभा चुनाव में दुष्यंत हिसार हरियाणा जनहित कांग्रेस (भजनलाल) के कुलदीप बिश्नोई को हराकर सबसे युवा सांसद बने। इसके लिए उन्होंने लिम्का बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया। इसके बाद 2018 में पार्टी में पूरी तरह से फूट देखने को मिली।
यहां से हुई जेजेपी की शुरुआत
ओमप्रकाश चौटाला ने अजय के दोनों बेटों दुष्यंत और दिग्विजय को पार्टी से बाहर निकाल दिया। इंडियन नेशनल लोकदल (INLD) से निष्कासित होने के बाद उन्होंने 9 दिसंबर, 2018 को जेजेपी का गठन किया था। कुछ समय के लिए आम आदमी पार्टी से लेकर बहुजन समाज पार्टी भी साथ आए लेकिन, साथ छूट गया।
जेजेपी ने गाढ़े सफलता के झंडे
जेजेपी को शुरुआत में हार का सामना करना पड़ा और विपक्षी पार्टियों ने उन्हें हल्के में लिया। लेकिन जेजेपी के जननायक दुष्यंत चौटाला ने हार नहीं मानी और इस विधानसभा चुनाव में जेजेपी ने अपनी सफलता के झंडे गाढ़ दिए। इस चुनाव में जेजेपी दूसरे नंबर की पार्टी रही, जिसके हाथ में सत्ता की चाबी है और आखिरकार भाजपा ने अपनी सरकार बनाने जेजेपी से गठबंधन कर लिया।
गणतंत्र दिवस : स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन में मनाया गया गणतंत्र दिवस समारोह
डिजिटल डेस्क, भोपाल। स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशंस में 74वां गणतंत्र दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. डी.एस. राघव निदेशक, स्कोप ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन उपस्थित थे। गणतंत्र दिवस के कार्यक्रम में डॉ. सत्येंद्र खरे, सेक्ट कॉलेज ऑफ प्रोफेशनल एजुकेशन के प्रिंसिपल, डॉ. नीलम सिंह, सेक्ट कॉलेज ऑफ बीएड की प्रिंसिपल और डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी, स्कोप पब्लिक हायर सेकेंडरी स्कूल की प्रिंसिपल विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुएl कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. डी.एस.राघव ने झन्डा फंहराया गया तथा विद्यालय के छात्र छात्राओं ने अनुशासन एवं कौशल का परिचय देते हुए आकर्षक परेड की प्रस्तुति दीl विद्यालय के बच्चों द्वारा शारीरिक व्यायाम के महत्व को प्रकट करते हुए मनमोहक पीटी प्रस्तुत की गई l
स्कोप इंजीनियरिंग कॉलेज, बी.एड कॉलेज, स्कोप प्रोफेशनल कॉलेज तथा स्कोप स्कूल के विद्यार्थियों ने राष्ट्रीय एकता अखंडता एवं देश प्रेम से ओतप्रोत प्रस्तुतियां दीl कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण उरी हमले पर आधारित नृत्य नाटिका तथा रानी लक्ष्मीबाई के स्वतंत्रता संग्राम में योगदान को चित्रित करता हुआ नृत्य गीत था। मुख्य अतिथि डॉ डीएस राघव ने अपने संबोधन में कहा कि हम अपने कर्तव्यों का निर्वाहन ईमानदारी एवं पूर्ण निष्ठा के साथ करते हैं तो यही आज के समय में हमारी सच्ची देश सेवा है। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय की प्राचार्या डॉ. प्रकृति चतुर्वेदी ने सभी को गणतंत्र दिवस की शुभकामनाएं देते हुए कार्यक्रम की आयोजन समिति के प्रति आभार व्यक्त करते हुए कहा कि हम अपने उद्देश्य के प्रति ईमानदार रहेंगे और उसके प्रति पूर्ण कर्तव्यनिष्ठा से कार्य करेंगेl