वायुसेना प्रमुख बोले- किसी भी शॉर्ट नोटिस पर हम युद्ध के लिए तैयार

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर रविवार को भारतीय वायु सेना ने अपना 85वां एयरफोर्स डे सेलिब्रेट किया गया। इस दौरान वायु सेना के प्रमुख मार्शल बीएस धनोआ के अलावा आर्मी चीफ और नेवी प्रमुख भी मौजूद थे। इस मौके पर गाजियाबाद के हिंडन एयरबेस पर वायुसेना के लड़ाकू विमानों, और हेलीकॉप्टरों ने फ्लाई पास्ट किया।
फ्लाई पास्ट की कमान सुखोई 30 एमके आई के हाथों में थी। इसके अलावा 4 जगुआर, 4 मिग-21 बाइसन, एक देसी तेजस, 4 मिग-29, टाइगर मोथ और हावर्ड जैसे पुराने विंटेज एयरक्राफ्ट ने भी उड़ान भरी। हिंडन एयरबेस पर फोर्स के सारंग हेलिकॉप्टर टीम के अलावा एएन-32 विमान, ट्रेनर एयरक्राफ्ट, सुखोई, हॉक, ध्रुव हेलिकॉप्टर के साथ हवा में करतब दिखाए। इसके अलावा एमआई, हर्क्युलिस और ग्लोब मास्टर विमानों का भी प्रदर्शन किया गया। इस मौके पर अपने संबोधन में एयर चीफ मार्शल बीएस धनोआ ने कहा है कि वायुसेना शॉर्ट नोटिस पर भी युद्ध के लिए तैयार है।
On Air Force Day, best wishes to our courageous air warriors their families। Their determination prowess ensure that our skies are safe। pic।twitter।com/rK6I9JfHLJ
— Narendra Modi (@narendramodi) October 8, 2017
भारतीय वायुसेना (IAF ) के वर्तमान चीफ एयर चीफ मार्शल बी एस धानोआ हैं। भारतीय वायु सेना देश का एक महत्वपूर्ण अंग है जो देश के लिये वायु युद्ध, वायु सुरक्षा एवम् वायु चौकसी का महत्वपूर्ण काम करती है। भारतीय वायुसेना की स्थापना 8 अक्टूबर 1932 को हुई थी। 1950 में पूर्ण गणतंत्र घोषित होने के पूर्व भारतीय वायुसेना, रॉयल इंडियन एयरफोर्स के नाम से पहचानी जाती थी। वर्ष 1945 में द्वितीय विश्वयुद्ध में भी इस वायुसेना ने महत्वपू्र्ण भूमिका निभाई थी। भारत के पूर्ण गणतंत्र घोषित होने के बाद इस सेना के नाम में से "रॉयल" शब्द हटाकर केवल "इंडियन एयरफोर्स" कर दिया गया।
भारतीय वायु सेना की ताकत
1 भारतीय वायुसेना पूरी दुनिया में चौथी सबसे बड़ी है
2 वायुसेना के पास करीब 1350 लड़ाकू विमान और लगभग 170000 सैनिक हैं
3 देश के हर हिस्से में एयर फोर्स के बेस हैं
4 सियाचिन ग्लेशियर पर करीब 22000 फुट उचाईं पर भी वायुसेना का स्टेशन है
5 वायु सेना के देश के बाहर भी बेस स्टेशन हैं
आजादी के बाद भारतीय वायुसेना ने पाकिस्तान के साथ चार युद्धों में, चीन के साथ एक युद्घ में अपना योगदान दे चुकी है। अब तक भारतीय वायुसेना जिन प्रमुख युद्ध में अपना कौशल दिखा चुकी हैं उसमें आपरेशन विजय, गोवा का सैन्य अधिग्रहण, आपरेशन मेघदूत, आपरेशन कैक्टस व आपरेशन पुमलाई शामिल हैं। कई अवसरों पर संयुक्त राष्ट्र संघ के शांति मिशन में भी भारतीय वायुसेना का प्रमुख योगदान रहा है।
Created On :   8 Oct 2017 9:03 AM IST