बीजेपी फ्लोर टेस्ट में पास हुई तो 69 फीसदी देश पर होगा राज, 2.5 पर सिमट जाएगी कांग्रेस
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के कर्नाटक पर फैसले के बाद सब की निगाहें आज होने वाले बहुमत परीक्षण पर आ टिकी हैं। कांग्रेस-जेडीएस और बीजेपी ने अपने अपने विधायकों की घेराबंदी शुरू कर दी है। दोनों ही पार्टियां बहुमत के लिए जरूरी संख्याबल का दावा कर रही हैं। मुख्यमंत्री पद की शपथ ले चुके बीएस येदुरप्पा की कुर्सी बची रही रहेगी या चली जाएगी इसका फैसला अब विधानसभा के भीतर 4 बजे के बाद होगा।
तो उड़ जाएगी कांग्रेस की नींद
इस सबके बीच लोगों के जेहन में प्रधानमंत्री मोदी का वो बयान भी है जिसमें उन्होंने कहा था कि कर्नाटक में जीत के बाद कांग्रेस पीपीपी (पंजाब, पुडुचेरी और परिवार) पार्टी बन कर रह जाएगी। आज अगर बीजेपी के येदियुरप्पा, विधानसभा में अपना बहुमत साबित कर देते हैं, तो देश के नक्शे को देखकर कांग्रेस पार्टी की नींद उड़ जाएगी
69 फीसदी पर होगा भाजपा का कब्जा
देश की 64 फीसदी आबादी पर पहले से ही काबिज एनडीए का देश की 69 फीसदी आबादी पर शासन हो जाएगा। कांग्रेस पार्टी की सरकार पंजाब, पुडुचेरी और मिजोरम में देश की सिर्फ 2.5 फीसदी आबादी पर रह जाएगी। यह पहली बार है कि कांग्रेस इतनी कमजोर स्थिति में सामने आ रही है। देश के राजनीतिक इतिहास में कांग्रेस कभी इतनी कमजोर नहीं रही है।
क्षेत्रीय दल कांग्रेस से निकले आगे
कर्नाटक के चुनावी नतीजों का सबसे बड़ा साइड इफेक्ट यह है कि कांग्रेस से ज्यादा तो क्षेत्रीय पार्टियों को कद देश में बढ़ गया है। अगर देश की नक्शे पर नजर डालें तो कांग्रेस से ज्यादा पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की पार्टी टीएमसी का देश की 7.5 फीसदी आबादी पर कब्जा है। जबकि तमिलनाडु में ओआईएडीएमके का कब्जा 6 फीसदी आबादी पर है।
कड़ी चुनौती पेश करेंगे क्षेत्रीय दल
आंध्र प्रदेश में चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी का देश की 4 फीसदी आबादी पर कब्जा है। इसका अर्थ यही हुआ कि अगले साल होने वाले आम चुनाव में कांग्रेस के सामने क्षेत्रीय पार्टियां कड़ी चुनौती पेश करने वाली हैं। कांग्रेस का 2.5 फीसदी आबादी पर सिमटना मोदी के कांग्रेस मुक्त भारत के सपने को साकार करता नजर आ रहा हैं।
Created On :   19 May 2018 9:42 AM IST