कुछ खास हाथ नहीं लगा तो पुलिस ने एमएलए व साथी भिजवाये 14 दिन को जेल
नई दिल्ली, 17 मई (आईएएनएस)। आठ दिन की लंबी पूछताछ के बाद भी डॉक्टर सुसाइड कांड की पूछताछ में जब पुलिस को कुछ नहीं मिला, तो उसने आप विधायक प्रकाश जरवाल और उसके साथी कपिल नागर को अदालत में पेश कर दिया। अदालत ने दोनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
आईएएनएस से इसकी पुष्टि दक्षिणी जिले के डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने रविवार को की। डीसीपी के मुताबिक, घटना के बारे में हमारी टीमों ने काफी कुछ दोनों आरोपियों से पूछने की कोशिश की। पहली बार में चार दिन का रिमांड मिला था। उस दौर में दोनों ने पुलिस की कोई मदद नहीं की। लिहाजा हमें दूसरी बार दुबारा से चार दिन का रिमांड लेना पड़ा था। रविवार को अदालत ने दोनों को 14 दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया है।
उल्लेखनीय है कि विधायक प्रकाश जरवाल और उसके साथी कपिल नागर को पुलिस ने बीते दिनों गिरफ्तार किया था। दोनों के खिलाफ जिले के नेब सराय थाने में आत्महत्या को उकसाने का केस 18 अप्रैल 2020 को दर्ज हुआ था। शिकायतकर्ता ने दोनों के ऊपर पिता डॉ. राजेंद्र सिंह भाटी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया था। पीड़ित पक्ष ने पुलिस को दी शिकायत के साथ एक ऑडियो क्लिप भी सौंपी थी।
शिकायत में पीड़ित पक्ष ने कहा था कि, आरोपी पक्ष डॉ. राजेंद्र सिंह भाटी को अक्सर पैसों के लेनदेन और दिल्ली जल बोर्ड में पानी के टैंकरों के कारोबार को लेकर धमकियां देते रहते हैं। पीड़ित पक्ष ने कहा था कि इसी से परेशान होकर राजेंद्र सिंह ने 18 अप्रैल 2020 को आत्महत्या कर ली।
पुलिस ने आप विधायक प्रकाश जरवाल और उसके साथी कपिल नागर को गिरफ्तार करके कुल आठ दिन अपनी रिमांड में रखा। इसके बाद ही भी पुलिस को कुछ खास हासिल नहीं हुआ। लिहाजा रविवार को पुलिस ने दोनों को अदालत में पेश किया। अदालत ने 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया।
-- आईएएनएस
Created On :   17 May 2020 7:30 PM IST