SAARC समिट में हिस्सा नहीं लेगा भारत, क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म बनी वजह

- हर दो साल बाद सार्क का सम्मेलन आयोजित किया जाता है।
- अप्रैल 2007 14वें समिट में अफगानिस्तान इसका आठवां सदस्य बन गया।
- इसकी स्थापना 8 दिसंबर 1985 को भारत
- पाकिस्तान
- बांग्लादेश
- श्रीलंका
- नेपाल
- मालदीव और भूटान ने मिलकर की थी।
- दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) सम्मेलन को लेकर भारत ने अपना रुख साफ कर दिया है।
- दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) दक्षिण एशिया के आठ देशों का आर्थिक और राजनी
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (SAARC) सम्मेलन को लेकर भारत ने अपना रुख साफ कर दिया है। भारत ने कहा कि पाकिस्तान लगातार सीमापार आतंकवाद का समर्थन कर रहा है, जिसके बाद हालात बिगड़े हैं। ऐसे में मौजूदा हालात में सार्क (दक्षेस) के साथ आगे बढ़ना मुमकिन नहीं है। दरअसल, तीन दिन के भारत दौरे पर आए नेपाल के प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी।
भारत ने किया रुख साफ
इस दौरान उन्होंने सार्क समिट का मसला उठाया, जिसके बाद भारत ने भी अपना रुख साफ किया। विदेश सचिव विजय गोखले ने बताया, "पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने 2014 में हुए काठमांडो सार्क समिट में काफी उत्साह के साथ हिस्सा लिया था, लेकिन सीमापार आतंकवाद की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। इन परिस्थितियों में ऐसी (सार्क समिट) जैसे पहलों के साथ आगे बढ़ना मुश्किल है।"
कैंसिल हुआ था 2016 का SAARC समिट
इसके बाद साल 2016 का सार्क समिट पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में आयोजित होने वाला था, लेकिन जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में भारतीय सेना के कैंप पर हुए आतंकी हमले की वजह से भारत ने समिट में हिस्सा लेने से इनकार कर दिया। इसके बाद बांग्लादेश, भूटान और अफगानिस्तान ने भी खुद को इस समिट से अलग कर लिया। आखिरकार पाकिस्तान को भी झुकना पड़ा और 2016 का सार्क समिट रद्द हो गया।
क्या है सार्क?
बता दें कि दक्षिण एशियाई क्षेत्रीय सहयोग संगठन (सार्क) दक्षिण एशिया के आठ देशों का आर्थिक और राजनीतिक संगठन है। इसकी स्थापना 8 दिसंबर 1985 को भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश, श्रीलंका, नेपाल, मालदीव और भूटान ने मिलकर की थी। अप्रैल 2007 14वें समिट में अफगानिस्तान इसका आठवां सदस्य बन गया। इस संगठन के सदस्य देशों की जनसंख्या (लगभग 1.5 अरब) को देखा जाए, तो यह किसी भी क्षेत्रीय संगठन की तुलना में ज्यादा प्रभावशाली है। हर दो साल बाद सार्क का सम्मेलन आयोजित किया जाता है।
Created On :   8 April 2018 10:20 AM IST