30 साल समंदर का पहरेदार रहा 'वरुण' रिटायर

डिजिटल डेस्क,कोच्चि। भारतीय जल सेना का प्रमुख कोस्ट गार्ड शिप ‘वरुण’ 30 साल के गौरवशाली कामकाज के बाद सम्मान के साथ पारंपरिक तरीके से रिटायर हो गया। बुधवार को दक्षिण नौसेना कमान के कोच्चि स्थित जेट्टी में आयोजित एक समारोह में इसको अंतिम विदाई दी गई। वरुण नौसेना के पहले ट्रेनिंग स्क्वॉड का हिस्सा था। इसने कई खोजी और बचाव के अभियानों में हिस्सा लिया और भारतीय सैनिक बल को अपनी खूबियों के चलते खूब सफलता दिलवाई।
नौसेना की तरफ से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया कि 80 के दशक में वरुण ने सोने की तस्करी पर लगाम लगाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। वरुण को भारतीय नौसेना में 27 फरवरी 1988 को सबसे पहले मुंबई में शामिल किया गया था और तब से अब तक इस जहाज ने शानदार सेवा दी। रिटायरमेंट सेरेमनी में उत्तर कोस्ट गार्ड क्षेत्र के इंस्पेक्टर जनरल के.आर नौटियाल की अध्यक्षता में इस जहाज को आखिरी विदाई दी गई। वहीं उन्होने वरुण के योगदान को याद करते हुए इसके 30 वर्षों के कामों की सराहना की।
आईसीजीएस वरुण अपनी श्रृंखला का चौथा जहाज है, जिसको मुंबई के मडगांव डॉक ने बनाया। इसे ऑफशोर पेट्रोल वैसल (ओपीवी) के रूप में भी जाना जाता है।


Created On :   24 Aug 2017 9:57 AM IST